Ganderbal Terror Attack Update: कश्मीर के गांदरबल इलाके में प्रवासी मजदूरों पर हुए टेरर अटैक की परतें अब धीरे- धीरे खुल रही हैं. पता चला है कि स्लीपर सेल्स की मदद से पाकिस्तानी आतंकियों ने इस हमले को अंजाम दिया.
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Jammu Kashmir Ganderbal Terror Attack Update: जम्मू कश्मीर के गांदरबल इलाके में प्रवासी मजदूरों पर हुए आतंकी हमले में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं. अब तक की जांच से पता चला है कि इस हमले में 2 विदेशी आतंकी शामिल थे, जिन्होंने बांदीपोरा इलाके से भारत में घुसपैठ की. इसके बाद स्लीपर सेल्स की मदद से प्रवासी मजदूरों पर हमला कर उन पर गोलियां बरसा दी.
जांच में शामिल पुलिस के एक आला अधिकारी के मुताबिक, शुरुआती जांच से पता चलता है कि संभवतः दो विदेशी आतंकवादी शिविर में घुसे और फिर मेस में अंधाधुंध गोलीबारी कर दी. दोनों आतंकी अपने चेहरे ढके हुए थे. इस अंधाधुंध गोलीबारी में 12 लोगों को गोली लगी. घबराहट में लोग कैंप से बाहर भागने लगे, जिसका फायदा उठाकर दोनों आतंकी भी घटनास्थल से भाग निकले.
स्लीपर सेल्स की मदद से हुआ मजदूरों पर हमला
अधिकारी ने बताया कि ऐसे सुराग मिले हैं, जिनसे पता चलता है कि दोनों आतंकी कुछ स्थानीय ओवर ग्राउंड वर्कर (OGW) के संपर्क में भी थे. उन्हें स्थानीय संपर्कों ने प्रवासी मजदूरों की कई दिनों तक रेकी कर पूरी डिटेल जुटाई. इसके बाद सही वक्त आने पर पाकिस्तान से आए दोनों आतंकियों को प्रवासी मजदूरों के कैंप तक पहुंचाया, जहां ये कातिलाना हमला हो गया.
उन्होंने कि गांदरबल में किसी सक्रिय आतंकवादी की सूचना नहीं है. इसलिए इस हमले में स्थानीय आतंकियों के शामिल होने की संभावना कम लग रही है. खुफिया एजेंसियों की जांच से पता चलता है कि दोनों आतंकवादियों ने बांदीपुरा क्षेत्र से घुसपैठ की होगी और इसके बाद वे स्थानीय ओवर ग्राउंड वर्कर की मदद से शिविर तक पहुंचे होंगे.
कश्मीर के 7 जिलों में छापे, 7 संदिग्ध हिरासत में
इस बीच जम्मू-कश्मीर पुलिस की काउंटर इंटेलिजेंस कश्मीर विंग ने गगनगीर में हुए आतंकवादी हमले के बाद मंगलवार को श्रीनगर, गांदरबल, पुलवामा, अनंतनाग, बडगाम, बांदीपोरा और कुलगाम जिलों में छापामारी की. इस दौरान संदिग्धों से 14 मोबाइल फोन, 1 लैपटॉप और आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई. साथ ही 7 संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में भी लिया गया. इस दौरान "तहरीक लबैक या मुस्लिम" (TLM) नामक नवगठित आतंकवादी संगठन के भर्ती मॉड्यूल का भी भंडाफोड़ किया गया, जिसे लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का एक हिस्सा बताया जाता है. सूत्रों का कहना है कि इस समूह को पाकिस्तान के एक आतंकवादी हैंडलर बाबा हमास की ओर से संचालित किया जा रहा है.
पूरी घाटी में सुरक्षाबलों की अतिरिक्त टुकड़ियां तैनात
वही गगनगीर हमले के बाद कश्मीर घाटी में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए बड़ी विकास परियोजनाओं, सुरक्षा प्रतिष्ठानों और कश्मीरी पंडितों की कॉलोनियों के आसपास गश्त बढ़ा दी गई है. सड़कों पर सुरक्षाबलों की अतिरिक्त टुकड़ियों को तैनात किया गया है. साथ ही संवेदनशील स्थानों पर बैरिकेड्स और मोबाइल चेक पॉइंट की संख्या भी बढ़ा दी गई है. वहीं एलजी मनोज सिन्हा स्थिति का जायजा लेने के लिए मंगलवार को प्रवासी मजदूरों के गगनगीर कैंप में पहुंचे और वहां काम कर रहे मजदूरों का हाल-चाल लिया. उन्होंने कहा कि हमले में शामिल आतंकियों को बख्शा नहीं जाएगा. उन्हें न्याय के अंजाम तक पहुंचाया जाएगा.