जयललिता का नेता चुना जाना तय, AIADMK विधायक दल के साथ बैठक आज
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जयललिता का नेता चुना जाना तय, AIADMK विधायक दल के साथ बैठक आज

विधानसभा चुनावों में अपनी पार्टी का नेतृत्व कर लगातार जीत दिलाने वाली अन्नाद्रमुक प्रमुख जयललिता ने शुक्रवार को अपनी पार्टी के विधायी दल की बैठक बुलाई है। बैठक में उनका विधायी दल का नेता चुनाव जाना तय है। इससे छठी बार तमिलनाडु की मुख्यमंत्री बनने का उनका मार्ग प्रशस्त होगा।

जयललिता का नेता चुना जाना तय, AIADMK विधायक दल के साथ बैठक आज

चेन्नई : विधानसभा चुनावों में अपनी पार्टी का नेतृत्व कर लगातार जीत दिलाने वाली अन्नाद्रमुक प्रमुख जयललिता ने शुक्रवार को अपनी पार्टी के विधायी दल की बैठक बुलाई है। बैठक में उनका विधायी दल का नेता चुनाव जाना तय है। इससे छठी बार तमिलनाडु की मुख्यमंत्री बनने का उनका मार्ग प्रशस्त होगा। जानकारी के अनुसार, जयललिता 22 मई को सीएम पद की शपथ लेंगी।

जयललिता ने एक बयान में कहा कि अन्नाद्रमुक विधायी सदस्यों की बैठक आज पार्टी मुख्यालय में शाम पांच बजे होगी और सभी निर्वाचित सदस्यों को इसमें भागीदारी करनी चाहिए।

गौर हो कि तमिलनाडु में लगभग स्थापित हो चुकी सत्ता परिवर्तन की परिपाटी को ध्वस्त करते हुए मुख्यमंत्री जे जयललिता ने अपनी पार्टी अन्नाद्रमुक को शानदार दिलाई। उनकी पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिला है। चुनाव आयोग के अनुसार अन्नाद्रमुक 132 सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी है और 2 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। विपक्षी द्रमुक 87 सीटों पर जीत दर्ज करने के साथ ही 2 सीटों पर आगे चल रही है। उसकी सहयोगी कांग्रेस ने आठ सीटें जीती हैं। आल इंडिया मुस्लिम लीग ने एक सीट पर जीत दर्ज की है। तमिलनाडु की राजनीति में बीते तीन दशकों से यह लगभग स्थापित परिपाटी रही है कि हर चुनाव में सत्ता परिवर्तन होता है, लेकिन इस बार जयललिता ने इस परिपाटी को तोड़ दिया है और अपने राजनीतिक गुरु एमजी रामचंद्रन के बाद राज्य की सियासत में यह कारनामा करने वाली इकलौती नेता बन गई हैं।

 

साल 2011 के विधानसभा चुनाव में अन्नाद्रमुक के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 203 सीटें जीतकर प्रचंड बहुमत हासिल किया था। इसमें अन्नाद्रमुक को 150, डीएमडीके को 29, माकपा को 10 और भाकपा को नौ सीटें मिली थीं। इस बार भी अन्नाद्रमुक ने कुछ इसी तरह की शानदार चुनावी कामयाबी हासिल की है। इससे पहले एमजीआर ने 1984 के चुनाव में लगातार तीसरी जीत दर्ज करके सरकार बनाई थी और 24 दिसंबर, 1987 को हुई मृत्यु तक मुख्यमंत्री रहे। दिन में अन्नाद्रमुक को बहुमत मिलने के के स्पष्ट संकेत मिलने के बाद मुख्यमंत्री जे जयललिता ने कहा कि गठबंधन नहीं करने के बावजूद उनकी पार्टी ‘ऐतिहासिक जीत’ दर्ज करने में सफल रही और उन्होंने विश्वास प्रकट करने के लिए मतदाताओं का आभार जताया। अपने ‘पोएस गार्डेन’ स्थित आवास से दिए विजयी संबोधन में जयललिता ने कहा कि तमिलनाडु के लोगों ने जो हमें शानदार जीत दी है उससे हम अभिभूत हैं। मेरी पार्टी और मैं इस ऐतिहासिक जीत के लिए तमिलनाडु की जनता के कर्जदार हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह जीत इस मायने में ‘ऐतिहासिक’ है कि 1984 के बाद यह पहली बार है कि कोई सत्तारूढ़ पार्टी जीती है और सरकार बनाने जा रही है।

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