JDU विधायक ने लिया बीजेपी सरकार को समर्थन देने का फैसला, हैरान नीतीश कुमार ने उठाया ये बड़ा कदम
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JDU विधायक ने लिया बीजेपी सरकार को समर्थन देने का फैसला, हैरान नीतीश कुमार ने उठाया ये बड़ा कदम

JDU अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि बिना हम लोगों के सहमति के विधायक ने अपना समर्थन बीजेपी को दिया जो घोर अनुशासनहीनता है. हमारी पार्टी का साफ मानना है कि हम बीजेपी का समर्थन नहीं करेंगे. इस के पहले भी दूसरे जगह हमारे जीते हुए विधायकों को बीजेपी ने शामिल करा लिया था.

 

JDU विधायक ने लिया बीजेपी सरकार को समर्थन देने का फैसला, हैरान नीतीश कुमार ने उठाया ये बड़ा कदम

JDU Nagaland News: नागालैंड में जनता दल (यू) के जीते हुए उम्मीदवार ज्वेंगा सेब ने ऐलान किया कि वो राज्य में नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की गठबंधन सरकार को समर्थन करेंगे. हाल ही में संपन्न नागालैंड विधानसभा चुनाव में जेडीयू ने 8 सीटों पर चुनाव लड़ा और एक जीतने में सफल रही. पार्टी के नवनिर्वाचित विधायक ज्वेंगा सेब ने बीजेपी को बिना शर्त समर्थन दिया.  उनके इस फैसले पर जेडीयू ने कड़ा कदम उठाते हुए नागालैंड इकाई को भंग कर दिया है. 

जेडीयू के आधिकारिक प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा, हमारी पार्टी सिद्धांतवादी है. हम हर चुनाव नीतीश कुमार के चेहरे पर लड़ते हैं और मतदाताओं का उन पर भरोसा है. यही वजह है कि हम दूसरे राज्यों में भी चुनाव जीत रहे हैं. नागालैंड के मतदाता भी नीतीश कुमार और जेडीयू की नीतियों से प्रेरित थे और इसलिए उन्होंने हमारे उम्मीदवार को वोट दिया. अब, उम्मीदवार ने बीजेपी को बिना शर्त समर्थन देने का फैसला किया है, यह हमारी नीति और रणनीति के खिलाफ है. इसलिए, पार्टी ने नागालैंड इकाई को भंग करने का फैसला किया है. अभिषेक झा ने कहा, नीतीश कुमार ने बिहार में महागठबंधन का ढांचा तैयार किया है और वे देश में विपक्षी एकता के लिए भी प्रयास कर रहे हैं. इसलिए, बीजेपी डरी हुई है और विपक्ष को चोट पहुंचाने का प्रयास कर रही है.

पार्टी के अध्यक्ष ने क्या कहा? 

जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने साफ कर दिया कि यह निंदनीय है, पार्टी इसे बर्दाश्त नहीं करेगी. यही वजह है कि जेडीयू ने फैसला लिया कि नागालैंड वाले मामले पर तुरंत पूरे संगठन को ही बर्खास्त कर दिया जाए. ललन सिंह ने कहा कि बिना हम लोगों के सहमति के नागालैंड के प्रदेश अध्यक्ष और जीते हुए विधायक ने अपना समर्थन बीजेपी को दिया जो घोर अनुशासनहीनता है. हमारी पार्टी का साफ मानना है कि हम बीजेपी का समर्थन नहीं करेंगे. इस के पहले भी दूसरे जगह हमारे जीते हुए विधायकों को बीजेपी ने शामिल करा लिया था. बीजेपी ने मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश में यही किया था. 

वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का साथ छोड़ने वाले उपेंद्र कुशवाहा को वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा दिए जाने को लेकर ललन सिंह ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. 2015 का विधानसभा चुनाव याद कीजिए उस समय यह सब एनडीए के साथ थे. जिनको इन्होंने वाई प्लस की सुरक्षा दी है वह कितनी सीट लड़े और कितनी जीते. शून्य पर  आउट हुए थे. ललन सिंह ने कहा उपेंद्र कुशवाहा केंद्र सरकार की गोद में गए हैं, उनका स्तुति नहीं करेंगे तो क्या मिलना है उनको. 

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