JMM MLA Hyderabad: चंपई सोरेन ने भले ही झारखंड के सीएम का पदभार संभाल लिया है. लेकिन रिसॉर्ट पॉलिटिक्स नहीं थम रही है. रांची के रनवे से JMM गठबंधन के विधायक हैदराबाद के रिसॉर्ट पहुंच गए हैं. रनवे से रिसॉर्ट तक की पॉलिटिक्स का सीधा मतलब ये है कि राजनीतिक संकट टला नहीं है.
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Jharkhand Politics Latest Updates: झारखंड में चंपई सोरेन (Champai Soren) के सीएम बनने के फौरन बाद गठबंधन के 38 विधायक हैदराबाद शिफ्ट कर दिए गए हैं. आने वाली 5 फरवरी को फ्लोर टेस्ट होना है. ऐसे में टूट-फूट की आशंका ने सबकी बेचैनी बढ़ा दी है. झारखंड में सत्ताधारी गठबंधन के विधायक इस वक्त हैदराबाद के लियोनिया होटल में आराम फरमा रहे हैं. कड़े पहरे के बीच इन विधायकों को एक बैंक्वेट हॉल में ठहराया गया है. शुक्रवार को जैसे ही सीएम चंपई सोरेन ने शपथ ली, उसके तुरंत बाद रांची एयरपोर्ट से 38 विधायक हैदराबाद के लिए रवाना हो गए. इस विधायकों का कहना था कि वो विपक्षी बीजेपी के किसी मंसूबों को सफल नहीं होने देंगे. जब मुख्यमंत्री चंपई सोरेन से विधायकों के हैदराबाद शिफ्ट होने की वजह पूछी गई तो उन्होंने बस इतना ही कहा कि वो जल्द लौट आएंगे. झारखंड की राजनीति पर हर अपडेट यहां जानिए.
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- झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि हमारा बहुत मजबूत गठबंधन है. यह 4 साल बहुत ही उथल-पुथल के बीच गुजरे. हेमंत सोरेन ने विपरीत परिस्थितयों में भी काम किया. हेमंत सोरेन झारखंड के विकास के लिए जो योजनाएं लाए उससे हताश होकर विपक्ष ने उन्हें झूठे आरोप में फंसाया. 5 फरवरी को फ्लोर टेस्ट में हम सफल होंगे.
- JMM के एक विधायक के बयान ने हड़कंप मचा दिया है. विधायक लोबिन हेंब्रम ने संथाल परगना से अब तक सीएम न होने का दर्द बयां करके चंपई सोरेन सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं. लोविन हेंब्रम का दर्द छलका और उन्होंने कहा कि संथाल परगना से कोई मुख्यमंत्री नहीं बन सकता था क्या. इसका हमें दर्द है. चंपई सोरेन मुख्यमंत्री बने हैं, उसका साथ देंगे. विधानसभा में पहले उसको देखेंगे. लेकिन हमें दर्द भी है कि संथाल से आखिर क्यों सीएम नहीं बना.
- झारखंड बीजेपी कह रही है कि आंतरिक मतभेद को छिपाने के लिए JMM गलत आरोप लगा रही है ताकि लोगों का ध्यान भटक जाए.
- हेमंत सोरेन के इस्तीफे और फिर गिरफ्तारी के 2 दिन बाद झारखंड को नया सीएम मिल गया है. चंपई सोरेन ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. कांग्रेस और आरजेडी से भी एक-एक मंत्री बना दिए गए. पर ऐसा नहीं है कि झारखंड की गठबंधन सरकार के लिए अब सब कुछ आसान हो गया है. 47 विधायकों के समर्थन का दावा करने वाले चंपई सोरेन ने जैसे ही शपथ ली वैसे ही रनवे टू रिसॉर्ट पॉलिटिक्स शुरू हो गई.
- 2 दिन पहले भले ही खराब मौसम की वजह से रांची के रनवे से विधायकों का प्लेन नहीं उड़ पाया था. लेकिन शनिवार को न सिर्फ मौसम साफ हुआ बल्कि रनवे पॉलिटिक्स उड़ान भरने में कामयाब हो गया. इसे बीजेपी का डर कहें या फिर अपनों के टूटने का खतरा, भारी सुरक्षा के बीच रांची से 38 विधायक हैदराबाद रवाना कर दिए गए. दावा भले ही 47 विधायकों के समर्थन का किया गया. लेकिन गए सिर्फ 38 विधायक हैं.
- हैदराबाद के बेगमपेट हवाईअड्डे पर उतरने के बाद विधायकों की अगवानी तेलंगाना कांग्रेस के प्रभारी दीपा दासमुंशी और राज्य के परिवहन मंत्री पोन्नम प्रभाकर ने की. इसके बाद कड़ी सुरक्षा के बीच लग्जरी बसों में लियोनिया होटल ले जाया गया.
- कांग्रेस नेता के मुताबिक, रिसॉर्ट में वो सारे इंतजाम हैं, जिससे विधायकों को दिक्कत नहीं आए. इसमें विधायकों के लिए हर सुविधाएं मौजूद हैं.
- झारखंड में चंपई सोरेन सरकार 5 फरवरी को विश्वास मत हासिल करेगी. ये विधायक विश्वास मत से ठीक पहले ही झारखंड लौटेंगे. ये जानकारी खुद सीएम चंपई सोरेन ने दी है. मुख्यमंत्री ये कह रहे हैं कि विपक्ष की साजिश को कामयाब नहीं होने देंगे.