राजस्थान के करौली ( Karauli) में पुजारी के जिंदा जला देने की घटना की जांच अब राजस्थान की CB-CID करेगी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने रविवार को इस संबंध में आदेश जारी कर दिए.
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जयपुर: राजस्थान के करौली ( Karauli) में पुजारी के जिंदा जला देने की घटना की जांच अब राजस्थान की CB-CID करेगी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने रविवार को इस संबंध में आदेश जारी कर दिए. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी दो परिवारों के झगड़े को दो समुदायों का झगड़ा बनाकर राजस्थान का माहौल खराब करने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने 1991 में मंदिरों की जमीन से पुजारियों के नाम हटाने का फैसला किया था जिसका कांग्रेस ने विरोध करते हुए 2011 में वापस बहाल कर दिया था. हाईकोर्ट से इस फैसले को झटका लगा लेकिन पुजारियों का हित देखते हुए कांग्रेस विपक्ष में रहने के दौरान भी सुप्रीम कोर्ट गई थी.
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एक और आरोपी को गिरफ्तार
पुजारी की हत्या मामले में एक और आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. बता दें कि करौली के बूकना गांव में राधा कृष्ण मंदिर के पुजारी बाबूलाल वैष्णव को गुंडों ने 8 अक्टूबर को जिंदा जला दिया था. आरोप है कि हमलावरों ने मंदिर की जमीन पर कब्जा करने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया. पुजारी को करीब 80 प्रतिशत जली अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उन्होंने दम तोड़ दिया. इस घटना के बाद से बीजेपी राज्य में सत्तारूढ कांग्रेस सरकार पर हमलावर है.
माना जा रहा है कि CB-CID जांच का आदेश बीजेपी के इसी विरोध को कुंद करने के लिए लिया गया है. उधर दिल्ली में बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने करौली जाकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की. कपिल मिश्रा ने कहा कि सरकार
पर दबाव डालने के बाद पीड़ित परिवार की मुआवजा राशि को 10 लाख से बढ़वाकर 25 लाख रुपये कर दिया गया है. इसके बावजूद कई आरोपी अब भी बाहर घूम रहे हैं. उन्हें पकड़ने के लिए सरकार कोई कोशिश नहीं कर रही है.