सिंघु बॉर्डर (Singhu Border) पर लखबीर सिंह की हत्या (Lakhbir Singh Murder Case) के मामले में आरोपी निहंग बाबा नारायण सिंह (Baba Narayan Singh) को गिरफ्तार कर लिया गया है. नारायण सिंह की पत्नी ने इस मामले में अपने पति पर गर्व जताया है.
Trending Photos
नई दिल्ली: सिंघु बॉर्डर (Singhu Border) प्रदर्शनस्थल पर दलित व्यक्ति लखबीर सिंह की हत्या (Lakhbir Singh Murder Case) के मामले में शनिवार को अमृतसर से निहंग बाबा नारायण सिंह (Baba Narayan Singh) को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तारी से पहले अमृतसर में नारायण सिंह का नोटो की माला और धार्मिक वस्त्र पहनाकर किसी हीरो की तरह सम्मान किया गया. उसी निहंग नारायण सिंह के बारे में अब कई जानकारियां छनकर बाहर आ रही हैं.
सूत्रों के मुताबिक निहंग नारायण सिंह (Baba Narayan Singh) आतंकी भिंडरावाले का कट्टर समर्थक है. जब से सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन Farmers' Protest शुरू हुआ है, तब से नारायण सिंह ने दूसरे निहंगों के साथ वहां एक पंडाल बनाकर कब्जा जमा रखा है. इस पंडाल में 40-50 निहंग धारदार तलवार और कटारों के साथ मौजूद रहते हैं. उनकी दबंगई का आलम ये है कि आंदोलन कर रहे किसान नेता भी उनके आगे जी-हजूरी करते दिखाई देते हैं.
जानकारी के मुताबिक पंजाब किसान यूनियन के अध्यक्ष रुलदू सिंह मनसा ने 21 जुलाई को सिंघु बॉर्डर के मंच से आतंकी जनरैल सिंह भिंडरवाले और खालिस्तान का विरोध किया था. मनसा का कहना था कि यह किसान आंदोलन का मंच है और इसका इस्तेमाल आतंकी के महिमामंडन में नहीं किया जाना चाहिए.
मनसा के बाद निहंग नारायण सिंह (Baba Narayan Singh) ने सिंघु बॉर्डर पर बने मंच पर चढ़कर भाषण दिया. नारायण सिंह ने किसान मोर्चा को धमकी दी कि आंदोलन स्थल पर कोई भी व्यक्ति आतंकी भिंडरावाले या खालिस्तान का विरोध नही करेगा. फिर चाहे वो संयुक्त किसान मोर्चे का पदाधिकारी हो या फिर आम प्रदर्शनकारी.
निहंग नारायण सिंह की इस धमकी का विरोध करने के बजाय किसान मोर्चा के नेता चुप्पी साध गए और रुलदू सिंह मनसा को 15 दिन के लिए संगठन से निलंबित कर दिया. इससे साफ जाहिर होता है कि संयुक्त किसान मोर्चा का हत्यारे निहंग नारायण सिंह से कितना घनिष्ठ संबंध है. हालांकि अब संयुक्त किसान मोर्चा के नेता दावा कर रहे हैं कि उनका हत्यारों से कोई लेना देना नही है.
बता दें कि निहंग नारायण सिंह (Baba Narayan Singh) ने शुक्रवार को अपनी फेसबुक पोस्ट पर बताया था कि सिंघु बॉर्डर पर दलित युवक के पैर उसने काटे थे. जब इस मामले ने तूल पकड़ा तो नारायण सिंह ने वह पोस्ट डिलीट कर दी है और सिंघु बॉर्डर से फरार होकर अमृतसर में अपने गांव अमरकोट पहुंच गया. वहां पर लोगों ने किसी हीरो की तरह उसका वेलकम किया. इसकी भनक लगने पर अमृतसर पुलिस ने उसे अरेस्ट कर लिया.
ये भी पढ़ें- सिंघु बॉर्डर हत्याकांड: 7 दिन की रिमांड पर भेजा गया आरोपी सरबजीत, ली थी हत्या की जिम्मेदारी
पुलिस हिरासत में लिये जाने के दौरान नारायण सिंह की पत्नी परमजीत कौर मौजूद थीं. कौर ने कहा, ‘मुझे अपने पति पर गर्व है क्योंकि उन्होंने गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के लिए दोषी व्यक्ति को दंडित किया है. अगर कोई ऐसा जघन्य अपराध करता है, तो अब मैं उसे सजा दूंगी. ’इस मामले में सोनीपत पुलिस ने शुक्रवार को निहंग सिख सरबजीत सिंह को गिरफ्तार किया था. उसे अदालत ने सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है.
LIVE TV