बिहार चुनाव: NDA में सीट हिस्‍सेदारी पर 'खफा' LJP ने फिर जताई सहमति, चिराग पासवान बोले- हम नाराज नहीं, पर पार्टी में हैं चिंताएं
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बिहार चुनाव: NDA में सीट हिस्‍सेदारी पर 'खफा' LJP ने फिर जताई सहमति, चिराग पासवान बोले- हम नाराज नहीं, पर पार्टी में हैं चिंताएं

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए कल घोषित सीटों के बंटवारे में जीतन राम मांझी की पार्टी (हम) और उपेन्द्र कुशवाहा की आरएलएसपी को बेहतर सीट हिस्सेदारी मिलने से खिन्न राजग के घटक लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने भाजपा के शीर्ष नेताओं के साथ बैठकों के बाद मंगलवार को फिर सहमति के स्वर व्यक्त किया। हालांकि यह भी कहा कि आग के बिना धुंआ नहीं उठता है। लोजपा सांसद चिराग पासवान ने आज कहा कि कोई नाराजगी नहीं है लेकिन राजग के घटकों में सीटों के बंटवारे के फार्मूले को लेकर मतभेद था।

बिहार चुनाव: NDA में सीट हिस्‍सेदारी पर 'खफा' LJP ने फिर जताई सहमति, चिराग पासवान बोले- हम नाराज नहीं, पर पार्टी में हैं  चिंताएं

नई दिल्‍ली : बिहार विधानसभा चुनाव के लिए कल घोषित सीटों के बंटवारे में जीतन राम मांझी की पार्टी (हम) और उपेन्द्र कुशवाहा की आरएलएसपी को बेहतर सीट हिस्सेदारी मिलने से खिन्न राजग के घटक लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने भाजपा के शीर्ष नेताओं के साथ बैठकों के बाद मंगलवार को फिर सहमति के स्वर व्यक्त किया।  हालांकि यह भी कहा कि आग के बिना धुंआ नहीं उठता है।

लोजपा सूत्रों ने कहा कि पार्टी में ऐसा महसूस किया जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) और उपेन्द्र कुशवाहा की आरएलएसपी को बेहतर पेशकर मिली जो राज्य में इनके राजनीतिक रसूख से अधिक है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सोमवार को बिहार विधानसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे की घोषणा की थी जिसके तहत यह तय हुआ है कि 243 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव में भाजपा 160 सीटों पर चुनाव लड़ेगी जबकि लोजपा 40 सीट पर, आरएलएसपी 23 सीट और हम 20 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। हालांकि, एलजेपी प्रमुख रामविलास पासवान ने कल एनडीए में हुए सीट बंटवारे पर अपनी सहमति जताई भी थी।

लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान ने संवाददाताओं से आज कहा कि कोई नाराजगी नहीं है लेकिन राजग के घटकों में सीटों के बंटवारे के फार्मूले को लेकर मतभेद था और हमें बताई गई बातों और कल की घोषणा के बीच भिन्नता थी। इसलिए हम सकते में आ गए। उन्होंने कहा कि हम नाराज नहीं है लेकिन निश्चित तौर पर पार्टी में चिंताएं हैं। हम स्तब्ध थे। आग लगे बिना धुंआ नहीं उठता है। केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के पुत्र और सांसद चिराग पासवान की सोमवार देर रात भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के साथ मतभेदों को दूर करने के लिए बैठक हुई थी।

चिराग पासवान ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष ने उनसे कहा कि गठबंधन धर्म की कुछ मजबूरियां होती हैं और वह जितना संभव हो सकेगा, उतना लोजपा की चिंताओं को दूर करने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि हमने भाजपा अध्यक्ष को अपनी चिंताओं से अवगत करा दिया है। हम इस बात से खुश हैं कि हमारी चिंताओं का सम्मान किया गया है और हम समाधान की ओर बढ़ रहे हैं। मंगलवार सुबह केंद्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने लोजपा अध्यक्ष से मुलाकात के बाद मतभेद जारी रहने की खबरों को खारिज करते हुए कहा कि राजग में पासवान के सुझावों का उचित सम्मान होता है।

उन्होंने कहा कि राम विलास पासवानजी बड़े कद के नेता हैं। उन्होंने कहा कि राजग के सभी घटक मिलकर बिहार विधानसभा चुनाव में गठबंधन की जीत सुनिश्चित करेंगे। प्रधान ने कहा कि ऐसी कोई मांग नहीं थी (और सीटों के बारे में) । किसी ने ऐसी कोई बात नहीं कही। बहरहाल, रामविलास पासवान ने इस मुद्दे पर कुछ कहने से इंकार किया। उन्होंने कहा कि वह इन मुद्दों पर मीडिया से बात नहीं करते और इस विषय को अपने पु़त्र पर छोड़ दिया।

राजग गठबंधन के यथावत बने रहने पर जोर देते हुए चिराग ने कहा कि उनकी पार्टी कुशवाहा की आरएलएसपी या मांझी की हम को इतनी सीटें मिलने के खिलाफ नहीं है और वे परिवार की तरह हैं। चिराग ने कहा कि कोई कारण नहीं है, चाहे सीटों की संख्या का विषय हो या कुछ और हो, जिसके कारण लोजपा को भाजपा से अलग होना पड़े। मांझीजी के साथ भी विवाद का कोई सवाल नहीं है क्योंकि उनकी पार्टी को किसी फार्मूले के तहत सीट नहीं दी जा सकती है क्योंकि वे न तो पहले लोकसभा और न ही विधानसभा चुनाव साथ में लड़े हैं। लोजपा नेता ने कहा कि उन्हें जितनी सीटें मिली हैं, हम उससे खुश हैं। हमारी चिंता इस बात को लेकर थी कि लोजपा को उसी फार्मूले के आधार पर सीटें मिलनी चाहिए जिसपर आरएलएसपी को 23 सीटें मिली हैं। चिराग ने इसके साथ ही कहा कि लोजपा अप्रसन्न नहीं है और कुशवाहा को 23 सीटें मिलने से भी नाखुश नहीं है। उन्होंने याद दिलाया कि सीटों के बंटवारे की घोषणा से पहले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने लोजपा प्रमुख को फोन किया था क्योंकि उन्हें भी लगता था कि कुछ मुद्दें हैं जिनपर एक या दो दौर के विचार विमर्श की जरूरत हैं। चिराग ने कहा कि हमारी चिंताओं का सम्मान किया गया है और हम समाधान की ओर बढ़ रहे हैं। लेकिन इसके बारे में कुछ भी बताने से इंकार किया।

वहीं, चिराग ने कहा कि एलजेपी के लिए सीटें मायने नहीं रखती, लेकिन हैरानी इसलिए है, क्योंकि सीट बंटवारे का जो फॉर्मूला बताया गया था वह सीट बंटवारे के एलान में नहीं दिखा। गठबंधन में तय फॉर्मूले के तहत हमें सीटें नहीं दी गई, जो बताया गया वो नहीं मिला। संख्‍या को लेकर असमंजस था। अब जितनी भी सीटें मिलीं उससे हम खुश हैं, हम इतनी ही सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। गठबंधन मजबूती से आगे बढ़ेगा। चिराग ने इस बात ख़बर का खंडन किया कि मांझी और कुशवाहा की पार्टी को ज़्यादा सीटें मिलने से उनकी पार्टी नाराज है। उन्‍होंने स्‍पष्‍ट कहा कि एनडीए हमारे लिए परिवार की तरह है। लिहाजा, संख्‍या की वजह से हम गठबंधन नहीं छोड़ेंगे।

इससे पहले, ऐसी खबरें सामने आई थी कि लोक जनशक्ति पार्टी प्रमुख रामविलास पासवान इस सीट बंटवारे से खुश नहीं हैं। सूत्रों के हवाले से कहा गया कि 40 सीटें मिलने से पासवान नाराज हैं, जबकि उन्हें ज्यादा सीटें मिलने की उम्मीद थी। सूत्रों का कहना है केंद्रीय मंत्री पासवान को लगता है कि मांझी को जरूरत से ज्यादा अहमियत दे दी गई है।

गौर हो कि उल्‍लेखनीय है कि बिहार चुनाव के लिए हुए सीट बंटवारे के तहत बीजेपी राज्‍य में 243 में से 160 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी को 40 सीटें दी गई हैं। उपेंद्र कुशवाहा की राष्‍ट्रीय लोकसमता पार्टी 23 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और जीतनराम मांझी की पार्टी हिंदुस्‍तान अवाम मोर्चा (सेक्‍युलर) यानी हम के खाते में 20 सीटें गई हैं।

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