मध्य प्रदेश का कलंक कहे जाने वाले कुपोषण को सिर्फ गलबाबा की मन्नत से ही पूरा किया जा सकता है, ये बात हैरान करती है. लेकिन ऐसी मान्यता है कि यहां आने से लोग ठीक हो जाते हैं.
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अलीराजपुर: इसे आस्था कहें या अंधविश्वास लेकिन मध्य प्रदेश में ऐसी एक जगह है जिसके बारे में ऐसा कहा जाता है कि यहां बस मन्नत भर ले लेने से कुपोषण जैसी गंभीर बीमारी को ठीक किया जा सकता है. ये दावा है, आदिवासी बहुल अलीराजपुर जिले के लोगों का. ऐसा माना जाता है कि गलबाबा जी के यहां मन्नत लेने भर से कुपोषित लोग स्वस्थ हो जाते हैं.
अलिराजपुर जिले के ग्राम डूंगलावानी में गलबाबा के नाम से एक प्रसिद्ध जगह है. मान्यता है कि इस जगह पर गलते हुए शरीर (जिसे हम आम भाषा में कुपोषण कहते हैं ) की मन्नत लेने भर से ही शरीर स्वस्थ हो जाता है. गलबाबा पर आकर कुपोषण से ग्रस्त के लिए उसके परिजन को सिर्फ मन्नत लेना भर पड़ती है. मन्नत लेने मात्र से ही कुपोषित व्यक्ति ठीक हो जाता है और मन्नत पूरी होने पर गलबाबा के दरबार में आकर मन्नत पूरी करनी पड़ती है. मन्नत पूरी करने के लिए जहां एक ओर बेजुबान जानवर की बलि दी जाती है. वहीं मन्नतधारी को जमीन से 25 फीट ऊपर औंधा लटक कर मन्नत को पूरा करना पड़ता है.
मध्य प्रदेश का कलंक कहे जाने वाले कुपोषण को सिर्फ गलबाबा की मन्नत से ही पूरा किया जा सकता है, ये बात हैरान करती है. लेकिन ऐसा दावा गलबाबा के पुजारी भी करते हैं. उनकी मानें तो मन्नत लो और एक साल में ही इसका असर दिखने लगता है. उसके बाद मन्नत पूरी करके गलबाबा का आशीर्वाद लेने से सारी परेशानी दूर हो जाती है.
स्थानीय लोगों के अनुसार ये 60 साल पुरानी जगह है जिसके बारे में ऐसी मान्यता है कि यहां पर कुपोषण को रोका और खत्म किया जा सकता है.