अब रेणुका सिंह के सिर ताज? 10 दिन में 3 नोटिस, कार्यकर्ताओं के प्रेम में कही हाथ काटने की बात
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अब रेणुका सिंह के सिर ताज? 10 दिन में 3 नोटिस, कार्यकर्ताओं के प्रेम में कही हाथ काटने की बात

Renuka Singh Profile And Controversy: छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री के लिए रेणुका सिंह का नाम लगभग तय माना जा रहा है. आइये जानें चुनाव प्रचार के दौरान उनके उनके कुछ बयान जिस कारण वो सुर्खियों में आई और उन्हें जारी हुए आयोग के नोटिस के बारे में

अब रेणुका सिंह के सिर ताज? 10 दिन में 3 नोटिस, कार्यकर्ताओं के प्रेम में कही हाथ काटने की बात

Renuka Singh Will Next CM: छत्तीसगढ़ में बीजेपी को प्रचंड़ बहुमत के बाद अब मुख्यमंत्री के चेहरे पर चर्चा जारी है. इस बीच खबर आ रही है की भरतपुर सोनहत से विधायकी जीतने वाली रेणुका सिंह को पार्टी मुख्यमंत्री बना सकती है. उनके क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. समर्थक यज्ञ हवन कर रहे हैं. हालांकि, अभी खबर सूत्रों के हवाले से ही है. आइये जानते हैं चुनाव प्रचार के दौरान रेणुका सिंह से जुड़ी कुछ खास बातें जिसमें उन्हें लगातार जारी हुए नोटिस से लेकर उनका कार्यकर्ताओं के लिए प्रेम भी शामिल हैं.

कार्यकर्ता प्रेम में विवादित भाषण
चुनाव प्रचार के दौरान रेणुका सिंह ने एक विवादित भाषण दिया था. जिस कारण वो चर्चा में आई थीं. हालांकि, इसके दो मायने निकाले जा रहे थे. एक तो उनके बयान को सीधे तौर पर विवादित बताया जा रहा था. वहीं समर्थकों की लॉबी में उनके इस बयान की काफी चर्चा हो रही थी.

क्या कहा था?
भरतपुर-सोनहत में एक आम सभा के दौरान रेणुका सिंह ने धमकी भरे स्वर में भड़काऊ और विवादित शब्दों का प्रयोग किया था. उन्होंने कहा था कि जब मैं ब्लॉक अध्यक्ष थी, तब मेरे ऊपर 12 प्रकरण दर्ज थे. इतना ही नहीं कार्यकर्ताओं को धमकाने वाले लोगों को टारगेट करते हुए उन्होंने कहा था कि मैं उन नेताओं में हूं जो अगर को ई मेरे कार्यकर्ताओं पर उंगली उठाएगा मैं उसका एक हाथ काट कर दूसरे हाथ में दे दूंगी.

प्रचार के दौरान 3 नोटिस
पूरे चुनाव प्रचार के दौरान रेणुका सिंह को आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के मामले में 3 नोटिस जारी हुए थे. इसमें उन्होंने अपना जवाब भी आयोग को दिया था.

पहला नोटिस- रेणुका सिंह को दूसरा नोटिस चुनाव आयोग ने नवरात्र के पहले दिन सोनहत क्षेत्र में बगैर अनुमति रैली निकालने, जनसभा करने और वाहनों का काफिले के कारण आवागमन प्रभावित होने के कारण नोटिस जारी किया था.

दूसरा नोटिस- एक नोटिस रेणुका सिंह को विवादित बयान देने के मामले में जारी हुआ था, जिसमें उन्होंने हाथ काटने वाला बात कही थी. ये बयान उन्होंने केल्हारी की सभा में दिया था. इसे भड़काऊ माना गया था.

तीसरा नोटिस- इसके बाद भी एक और नोटिस रेणुका सिंह को बिना अनुमति के प्रचार-प्रसार करने के मामले में दिया गया था. चुनाव प्रचार के दौरान ये रेणुका सिंह को तीसरा नोटिस था.

रेणुका सिंह के बारे में और कुछ
- सामान्य पृष्ठभूमि से जनजाति महिला
- 1998 में जनपद सदस्य बनी इसी दौरान बीजेपी मंडल अध्यक्ष बनी
- 2003 में तुलेश्वर सिंह को चुनाव हराकर में प्रेमनगर से विधायक बनीं
- डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में पहली भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री बनीं
- लगातार दूसरी बार 2008 में प्रेम नगर सामान्य सीट से विधायक चुनी गयीं
- सरगुजा एवं उत्तर छत्तीसगढ़ विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष
- 2013 में कांग्रेस प्रत्याशी खेलसाय सिंह से विधानसभा चुनाव हार गईं
- 2019 लोकसभा चुनाव में लगभग 1.50 लाख मतों से विजय प्राप्त हुए
- 2019 से भारत सरकार जनजाति कार्य राज्य मंत्री बनी

महिला और युवाओं में प्रिय
बता दें रेणुका सिंह छत्तीसगढ़ में सियासी पैठ रखने के साथ ही युवाओं के बीच काफी पॉपुलर हैं. उन्हें युवाओं एवं महिलाओं के बीच विशेष लोकप्रिय चेहरे के रूप में देखा जाता है. जुझारु एवं कर्मठ व्यक्तित्व के लिए जाना जाता है. अपने क्षेत्र में बतौर सांसद रहते हुए उन्हें कई काम ऐसे किए जो इलाके की जनता को काफी पसंद आए. इसी का परिणाम उन्हें विधानसभा चुनाव में देखने को मिला.

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