साल 2000 के बाद से बीजेपी के तीनों सीएम उमा भारती, बाबूलाल गौड़ और शिवराज सिंह चौहान, ओबीसी वर्ग से ही आते हैं.
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भोपाल: मध्य प्रदेश में जल्द ही एक लोकसभा और 3 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं. इसके साथ ही नगरीय निकाय चुनाव भी होंगे. चुनाव को देखते हुए कांग्रेस पार्टी तैयारियों में जुटी हुई है. अब कांग्रेस एमपी में ओबीसी वोटबैंक को साधने पर फोकस कर रही है. यही वजह है कि पार्टी के एमपी कांग्रेस पिछड़ा वर्ग विभाग ने विभिन्न जिलों के लिए प्रभारी नियुक्त कर दिए हैं.
जन संवाद कार्यक्रम से जोड़ने पर जोर
कांग्रेस पार्टी ने अपने पिछड़ा वर्ग विभाग को ओबीसी वोटबैंक को पार्टी के साथ जोड़ने और जिला इकाइयों के साथ समन्वय बनाने की जिम्मेदारी सौंपी है. आगामी 12 अगस्त से कांग्रेस जन संवाद कार्यक्रम का आयोजन कर रही है. ऐसे में पार्टी ने पिछड़ा वर्ग विभाग को यह काम सौंपा है.
बता दें कि मध्य प्रदेश में ओबीसी वोटबैंक एक बड़ी ताकत है. राज्य में ओबीसी मतदाताओं का प्रतिशत 52 फीसदी है. विभिन्न जिलों में ओबीसी मतदाताओं की संख्या 48 से 56 फीसदी के बीच है. वहीं भोपाल जैसे शहरों में इनका आंकड़ा 55 फीसदी है. बीजेपी की इस वोटबैंक पर पकड़ है, वहीं कांग्रेस इस वर्ग में पैठ बनाने के लिए अभी भी संघर्ष कर रही है.
बीजेपी ने दिए ओबीसी सीएम
इसकी वजह ये है कि साल 2000 के बाद से बीजेपी के तीनों सीएम उमा भारती, बाबूलाल गौड़ और शिवराज सिंह चौहान, ओबीसी वर्ग से ही आते हैं. वहीं कांग्रेस अभी तक ओबीसी वर्ग को लुभाने के लिए कोई बड़ा चेहरा सामने नहीं ला सकी है. यही वजह है कि जब राज्य में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार थी तो ओबीसी आरक्षण को 14 फीसदी से बढ़ाकर 27 फीसदी करने का ऐलान कर दिया गया था.
हालांकि कमलनाथ सरकार के इस फैसले को कोर्ट में चुनौती दी गई और कोर्ट ने इसे लागू करने पर रोक लगा दी. अब कमलनाथ और उनकी पार्टी के नेता भाजपा पर ओबीसी आरक्षण लागू नहीं करने का आरोप लगा रहे हैं. वहीं भाजपा का दावा है कि शिवराज सरकार ओबीसी आरक्षण लागू करने के लिए हरसंभव कदम उठा रही है. भाजपा पूरी तरह से आरक्षण के पक्ष में है जबकि कांग्रेस इस मसले पर केवल राजनीति कर रही है.
कांग्रेस ने पिछड़ा वर्ग को साधने के लिए पिछड़ा वर्ग के नेताओ की फ़ौज प्रदेश भर में उतार दी है. कांग्रेस प्रवक्ता जेपी धनोपिया ने कहा है कि 'बीजेपी पिछड़ा वर्ग विरोधी पार्टी है. पिछड़ा वर्ग को 27 फ़ीसदी आरक्षण का आदेश कमलनाथ सरकार ने दिया पर बीजेपी ने कोर्ट में पक्ष नहीं रखा. अब कांग्रेस पार्टी प्रदेश भर में पिछड़ा वर्ग को बीजेपी की पिछड़ा वर्ग विरोधी नीतियां बताएगी. पिछड़ा वर्ग के हित में जरूरत पड़ी तो कांग्रेस प्रदेश भर में आंदोलन खड़ा करेगी'!
बीजेपी ने किया पलटवार
कांग्रेस के पिछड़ा वर्ग के प्रभारी बनाने पर बीजेपी ने पलटवार किया है. .बीजेपी महामंत्री रजनीश अग्रवाल ने कहा 'कांग्रेस OBC वर्ग को साधने की कोशिश कर रही है, इसका मतलब ओबीसी वर्ग उनसे सधा नही है क्योंकि कांग्रेस ने आजादी के बाद से ओबीसी के कल्याण के बारे में नही सोचा. कांग्रेस ने काका कालेकर आयोग ,मण्डल कमीशन को क्रियान्वित करने का काम नही किया. कांग्रेस ने पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा नही दिया और उसका विरोध किया'.
रजनीश अग्रवाल ने कहा कि '27 % आरक्षण के मामले में सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस के अनुसार कांग्रेस सरकार ने होम वर्क नही किया. मामला कोर्ट में उन्हीं की सरकार में स्टे हुआ. तब ये नींद में थे, नशे में थे या सिर्फ धोखा देना चाहते थे'!