Chhattisgarh Politics News: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने 2024 के विधानसभा और लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद नगरीय निकाय चुनाव की तैयारियां तेज कर दी हैं. पार्टी ने सक्रिय और बेहतर प्रदर्शन करने वाले नेताओं को मैदान में उतारने और निकाय क्षेत्रों में प्रभारी नियुक्त करने का फैसला किया है, साथ ही वरिष्ठ नेताओं द्वारा स्थिति की समीक्षा भी की जाएगी.
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Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में पिछले एक साल में दो बड़े चुनाव, लोकसभा और विधानसभा, संपन्न हुए. जिनमें कांग्रेस को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा, जिसके बाद अब कांग्रेस कमेटी ने नगरीय निकाय चुनावों के लिए अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज के साथ ही अन्य बड़े नेता स्थिति का निरीक्षण करने के लिए दौरे पर आएंगे. प्रत्याशियों का चयन बड़ी ही जांच पड़ताल के बाद किया जाएगा. इस बार निकाय क्षेत्रों में कार्यकर्ताओं का सम्मेलन आयोजित करने की भी बात सामने आई है. सभी निकाय क्षेत्रों में प्रभारी नियुक्त किए जाएंगे. प्रदेश में वर्तमान समय में आधे से ज्यादा निकायों में कांग्रेस का दबदबा है. कांग्रेस को निकाय चुनाव जीतने के लिए फिलहाल सक्रिय नेताओं की जरूरत है.
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निकाय चुनाव जीतने के लिए सक्रिय नेताओं की जरूरत
कांग्रेस को निकाय चुनाव जीतने के लिए सक्रिय और काम में अच्छा प्रदर्शन देने वाले नेताओं की जरूरत है. इसलिए सीनियर नेता लोकल लेवल पर नेताओं को परखेंगे. आपको बता दें कि पार्टी अपना पूरा ध्यान अच्छे उम्मीदवारों के चयन पर लगा रही है, ताकि पूरी ताकत के साथ इस बार के चुनाव को जीता जा सके.
जायजा लेने पहुंचेंगे आला अधिकारी
कांग्रेस कमेटी ने नगरीय निकाय चुनावों के लिए अभी से ही कमर कस ली है. ताबड़तोड़ तैयारी शुरू हो गई है, जिसका निरीक्षण करने के लिए कांग्रेस के बड़े नेता आएंगे. उन दिग्गज नेताओं में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज शामिल हैं, जो स्थिति का दौरा करेंगे. उनके साथ कई अन्य दिग्गज नेता भी दौरे पर आएंगे. इस दौरान नेताओं द्वारा कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की जाएगी, जिसमें नगरीय निकाय में तैयारी में अब तक क्या हुआ और आगे क्या करना है? इसके बारे में बातचीत की जाएगी. साथ ही पार्टी में अभी क्या हालात बन रहे हैं? उस पर भी फीडबैक लिया जाएगा.
प्रत्याशियों का चयन बड़े ही सजगता से
प्रत्याशी का चयन इस बार मामूली तौर पर नहीं बल्कि पुख्ता जांच करने के बाद ही नाम आगे बढ़ाया जाएगा. इस बार प्रत्याशी के प्रदर्शन का स्तर संगठनात्मक गतिविधियों पर आधारित होगा. इसके अलावा, निकाय क्षेत्रों में कार्यकर्ता सम्मेलन के संबंध में विचार-विमर्श चल रहा है. आशंका जताई जा रही है कि इस महीने में निकायों के लिए प्रभारियों के नाम भी सोच लिए जाएंगे.
प्रभारी संगठन को देंगे रिपोर्ट
कांग्रेस निकाय क्षेत्रों में प्रभारी तय करने के लिए भी तैयारी कर रही है. कांग्रेस सभी नगर निगमों, नगर पालिकाओं और नगर पंचायत क्षेत्रों में प्रभारी नियुक्त करेगी. इन प्रभारियों का मुख्य काम यह होगा कि वे अपने-अपने क्षेत्र की रिपोर्ट संगठन को दें. इस रिपोर्ट के आधार पर स्थानीय नेताओं के चयन की प्रक्रिया शुरू होगी.
कांग्रेस का निकायों पर दबदबा
प्रदेश में आधे से ज्यादा निकायों पर कांग्रेस का दबदबा है और नवंबर और दिसंबर में होने वाले चुनावों के संकट का पूर्वानुमान लगाकर अभी से प्रभारी भेजे जाने की तैयारी कर ली है. संगठन आगे भी इसी तरह के प्रयास और सक्रियता को जारी रखने की योजना बना रहा है.
6 महीने में दो चुनावों में हारी कांग्रेस
बता दें कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस 6 महीने में ही दो बड़े चुनावों में बुरी तरह हार गई. विधानसभा और लोकसभा में कांग्रेस के हारने के बाद अब निकाय चुनाव कांग्रेस पार्टी के लिए और भी महत्वपूर्ण हो गया है और बात अब कांग्रेस की साख का है. निकाय चुनाव के परिणाम का सीधा असर पीसीसी चीफ के रिपोर्ट कार्ड पर पड़ने वाला है. ये चुनाव प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज के लिए भी बड़ी चुनौती है.