जून के मध्य में गर्मी ने अपने तेवर बढ़ा दिए हैं. छत्तीसगढ़ के कई जिलों में पारा 40 से 44 डिग्री के आसपास बना हुआ है. ऐसे में अस्पतालों में डिहाइड्रेशन की शिकायत लेकर मरीज पहुंच रहे हैं. डॉक्टरों के मुताबिक तेज और गर्म हवाओं के कारण शरीर का पानी पसीना बनकर निकलने लगता है. इससे शरीर को और ज्यादा पानी की जरूरत होती है.
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धमतरी: 2022 की जून की गर्मी बेहद सताने वाली है. इ दिनों धमतरी शहर में दोपहर का पारा 40 से 44 डिग्री तक बना हुआ है. गर्मी अपने पुल तेवर में है. दोपहर की गर्म हवाएं झुलसा वाली हैं. इसका असर जनजीवन पर भी पड़ा, लोगों में पानी की कमी यानी की डिहाइड्रेशन की शिकायत बढ़ी है. धमतरी जिला अस्पताल के ही आंकड़ों को देखें तो यहां करीब 500 मरीज रोजाना पहुंच रहे हैं.
रोजाना आ रहे 500 मरीज
धमतरी जिला अस्पताल में जून माह में रोजाना ओपीडी में 500 से ज्यादा मरीजों की एंट्री हो रही है. इनमें सबसे ज्यादा शिकायत डिहाइड्रेशन की ही आ रही है. ऐसे मरीजों को डॉक्टर ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की सलाह दे रहे हैं. इसके अलावा जिन्हें ज्यादा पानी की कमी की शिकायत है. उन्हें ओआरएस घोल पीने की भी सलाह दी जा रही है और किसी की हालत ज्यादा खराब है तो उन्हें ग्लूकोस भी दिया जा रहा है.
मस्तिष्क की क्षमता पर होता है असर
डॉक्टरों के मुताबिक तेज और गर्म हवाओं के कारण शरीर का पानी पसीना बनकर निकलने लगता है. इससे शरीर को और ज्यादा पानी की जरूरत होती है. पानी की कमी पूरी न होने से हमारे खून और मस्तिष्क की क्षमता पर सीधा असर पड़ता है. एक हद के बाद यह पानी की कमी जानलेवा भी साबित हो सकती है इसलिए ऐसी तेज गर्मी में जब जरूरी हो तभी घर से निकले और घर से निकले तो लगातार पानी पीते रहे.
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