उपचुनाव से पहले कांग्रेस नेता सचिन यादव का दावा- हमारे संपर्क में कई BJP विधायक
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उपचुनाव से पहले कांग्रेस नेता सचिन यादव का दावा- हमारे संपर्क में कई BJP विधायक

मध्य प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में अब महज एक हफ्ते से भी कम समय बचा है. लेकिन उससे पहले राजनीतिक दल अपनी-अपनी जीत की ताल ठोक रहे हैं. यहां तक कि एक दूसरे की पार्टी में सेंधमारी का दावा भी कर रहे हैं. कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री सचिन यादव ने दलबदल को लेकर बड़ा दावा किया है.

फाइल फोटो

अशोकनगर: मध्य प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में अब महज एक हफ्ते से भी कम समय बचा है. लेकिन उससे पहले राजनीतिक दल अपनी-अपनी जीत की ताल ठोक रहे हैं. यहां तक कि एक दूसरे की पार्टी में सेंधमारी का दावा भी कर रहे हैं. कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री सचिन यादव ने दलबदल को लेकर बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी को जल्द ही झटका लगने वाला है. 

दरअसल कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री सचिन यादव  अशोकनगर में कांग्रेस प्रत्याशी आशा दोहरे के समर्थन में वोट मांगने पहुंचे थे. वो यादव समाज के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. इसके बाद उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि बीजेपी के कई विधायक हमारे संपर्क में हैं. वे जल्द ही हमारा साथ देंगे. 

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आपको बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा की 28 सीटों पर हो रहे उपचुनाव से ठीक पहले कांग्रेस को बीजेपी ने तगड़ा झटका दिया था. दामोह से कांग्रेस विधायक राहुल लोधी ने विधायकी से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम लिया था. लोधी के इस्तीफे से एमपी विधानसभा का गणित एक बार फिर बदल गया है. बीजेपी को बहुमत के लिए उपचुनाव में महज 8 सीटों पर जीतने की जरूरत होगी तो कांग्रेस के लिए सभी 28 सीट जीतने की चुनौती खड़ी हो गई है. 

एमपी का राजनीतिक समीकरण
एमपी विधानसभा में कुल 230 सीटें हैं, जिसके हिसाब से बहुमत के लिए 116 का आंकड़ा चाहिए. अब 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने के बाद भी विधानसभा में सीटों की स्थिति 229 रहेगी. इस हिसाब से बहुमत का आंकड़ा विधानसभा में अब 115 हो गया है. दामोह के विधायक के इस्तीफे के पूर्व तक कांग्रेस के पास 88 सीटें थीं, लेकिन अब यह संख्या 87 हो गई है. वहीं, बीजेपी के पास 107 विधायक हैं। बसपा के दो, सपा के एक और निर्दलीय विधायकों की संख्या चार है. 

मध्य प्रदेश में मार्च से लेकर अभी तक कुल 26 कांग्रेसी विधायक इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम चुके हैं. इसके अलावा तीन सीटें विधायकों के निधन के चलते खाली हुई हैं. इस तरह से मध्य प्रदेश में 29 विधानसभा सीटें खाली हो गई हैं, जिनमें से 28 सीटों पर विधानसभा चुनाव हो रहे हैं. उपचुनाव की वोटिंग 3 नवंबर को है और नतीजे 10 नवंबर को आएंगे. 

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