Soaked V/S Dry Almonds: सुखे हुए बादाम और भिंगोए हुए बादाम दोनों ही सेहत के लिए फायदेमंद हैं. लेकिन, उनमें कुछ अंतर हैं जो पोषण और पाचन पर प्रभाव डालते हैं. यहां कुछ महत्वपूर्ण बिंदु जिससे आप समझ सकेंगे कि दोनो में से कौन सा है बेहतर
Trending Photos
Health Benefits of Almonds: ड्राई फ्रुट्स खाना सर्दियों के लिए बहुत लाभकारी है. अक्सर बादाम के फायदों के बारे में हमने सुना है. लोग बादाम दोनों तरीके से खाते हैं. बादाम को भिगों कर या सूखे खाना दोनों ही रूप में फायदेमंद होता है. दोनों तरीके में कौन सा तरीका ज्यादा लाभप्रद है. आइए जानते है-
बादाम के फायदे
कई रिसर्च से यह पता चला है कि बादाम विटामिन ई का अच्छा स्त्रोत होता है. बादाम में फाइबर, ओमेगा 3 फैटी एसिड और प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाया जाता है. बादाम वजन घटाने में कारगर माना जाता है. क्योंकि इसके अंदर मौजूद प्रोटीन पेट को हमेशा भरा रखता है जिसकी वजह से हम ज्यादा नहीं खाते हैं. इसके साथ ही बादाम हड्डियों को मजबूत करने में मदद करता है और शुगर लेवल को कंट्रोल रखता है.
ऐसे कई रिसर्च बताते है कि सूखे और भिगोए हुए बादाम में बहुत फर्क है. बादाम भिगोकर खाने से टेस्ट बढ़ता है साथ में उसके अंदर मौजूद न्यूट्रिएंट्स हमारे शरीर में अच्छी तरह से मिलते हैं.
भिगोए हुए बादाम के फायदे:
पोषण की अधिक उपलब्धता: रात भर पानी में भिगोकर रखने से बादाम के अंदर के न्यूट्रिएंट्स की अवेलेबिलिटी बढ़ती है. यह पोषण को अधिक से अधिक शरीर में पहुंचाने में मदद करता है.
एंजाइम इन्हिबिटर कम: बादाम में विभिन्न एंजाइम इन्हिबिटर होते हैं जो पोषण को अवशोषित कर सकते हैं. भिगोकर रखने से ये इन्हिबिटर कम हो जाते हैं, जिससे पोषण की अवेलेबिलिटी में सुधार होता है.
पाचन में सुधार: भिगोए हुए बादाम को सामान्यत: जल्दी पचा जाते है, जिससे उपचारी लोगों के लिए यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है.
टैनिन की मात्रा: बादाम के छिलके में टैनिन पाया जाता है जो शरीर को बादाम के न्यूट्रिएंट्स सोखने में समस्या पैदा करता है. इसीलिए बादाम को भिगोकर खाना चाहिए. इससे छिलका अच्छी तरह से निकल जाता है और शरीर न्यूट्रिएंट्स को अच्छी तरह से अब्जॉर्ब कर लेता है.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और सूचनाओं पर आधारित है. Zee Media इसकी पुष्टि नहीं करता है.