जिलाधिकारी मनीष सिंह ने शहर के खजराना गणेश मंदिर में रविवार को पूजा-अर्चना की. यहां मीडियो से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि बेसहारा बुजुर्गों के साथ नगर निगम कर्मचारियों की बदसलूकी लिए इंदौर प्रशासन की ओर से ईश्वर से क्षमा मांगी है.
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इंदौर: भारत देश के सबसे स्वच्छ शहर के तौर पर अपनी पहचान बनाने वाला इंदौर इन दिनों एक गलत आचरण के कारण चर्चा में बना हुआ है. दरअसल, हाड़ कपाने वाली ठंड में बेसहारा बुजुर्गों को ट्रक में भरकर शहर की सीमा से जबरन बाहर छोड़े जाने पर इंदौर नगर निगम को तीखी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. अब तो जिलाधिकारी मनीष सिंह ने अधिकारियों की गलती के लिए खजराना गणेश मंदिर में जाकर माफी मांगी है.
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इंदौर नगर निगम 'स्वच्छ सर्वेक्षण 2021' में भी नंबर वन का खिताब हासिल करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहा है. ऐसे वक्त में सामने आई इस घटना ने लगातार चार बार देश के सबसे साफ-सुथरे शहर का खिताब जीत चुके इंदौर की साख पर बट्टा लगाया है. इसी बीच, जिलाधिकारी मनीष सिंह ने शहर के खजराना गणेश मंदिर में रविवार को पूजा-अर्चना की. यहां मीडियो से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि बेसहारा बुजुर्गों के साथ नगर निगम कर्मचारियों की बदसलूकी लिए इंदौर प्रशासन की ओर से ईश्वर से क्षमा मांगी है.
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मनीष सिंह ने कहा, ''इस मामले में भले ही किसी भी व्यक्ति की गलती रही हो. लेकिन हम अधिकारी हैं और अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकते. इसलिए हमने ईश्वर से प्रार्थना की है कि वह हमें हमारी गलतियों के लिए क्षमा करें.'' बीते शुक्रवार को एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था जिसमें इंदौर नगर निगम के कर्मचारी बेसहारा बुजुर्गों को ट्रक में भरकर शहर से बाहर शिप्रा नदी के किनारे छोड़ने के लिए ले जा रहे थे.
वीडियो के वायरल होने के बाद जहां कांग्रेस सूबे की शिवराज सरकार पर हमलावर हो गई. फिल्म अभिनेता सोनू सूद से लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा समेत हजारों लोगों की ओर से सोशल मीडिया पर इस घटना की आलोचना में अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आने लगीं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस घटना पर नाराजगी जताते हुए नगर निगम के एक उपायुक्त को निलंबित कर चुके हैं. इंदौर निगम प्रशासन दो मस्टर कर्मियों को बर्खास्त कर चुका है.
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