इंदौर: गोकुलदास अस्पताल का लाइसेंस अस्थाई तौर पर हुआ निरस्त, जांच टीम को मिली थीं खामियां
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh678322

इंदौर: गोकुलदास अस्पताल का लाइसेंस अस्थाई तौर पर हुआ निरस्त, जांच टीम को मिली थीं खामियां

गोकुलदास अस्पताल में भर्ती कुछ मरीजों के परिजनों ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट कर इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह से मदद मांगी थी. मरीजों के परिजनों ने इस वीडियो में गोकुलदास अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया था.

इंदौर का गोकुलदास अस्पताल.

इंदौर: इंदौर के गोकुलदास अस्पताल का लाइसेंस अस्थाई तौर पर निरस्त (सस्पेंड) कर दिया गया है. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. प्रवीण जड़िया ने बताया कि गुरुवार को 6 घंटे के अंदर 6 मरीजों की मौत होने के बाद अस्पताल पर यह कार्रवाई की गई है. अब अस्पताल नए मरीज भर्ती नहीं कर पाएगा. आपको बता दें कि गोकुलदास अस्पताल में भर्ती कुछ मरीजों के परिजनों ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट कर इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह से मदद मांगी थी. मरीजों के परिजनों ने इस वीडियो में गोकुलदास अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया था.

MP के मजदूरों की हो रही घर-वापसी, गुजरात और लुधियाना से लौटे करीब 2855 मजदूर

इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने इस वीडियो का संज्ञान लेते हुए तत्काल प्रभाव से चिकित्सा विशेषज्ञों की एक टीम गठित की. इस टीम में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर प्रवीण जड़िया, अपर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर माधव हसानी, एमवाय अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर पीएस ठाकुर, एमआरटीबी कोविड-19 अस्पताल के इंचार्ज डॉक्टर सलिल भार्गव और डॉक्टर वीपी पांडे शामिल थे.

इस विशेषज्ञ टीम को गोकुलदास अस्पताल भेजा गया. टीम ने अस्पताल पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया जिसमें कई खामियां मिलीं. टीम ने अस्पताल से जुड़े दस्तावेज जब्त कर लिए और प्रबंधन से संपर्क करने की कोशिश की. इंदौर प्रशासन की ओर से अस्पताल प्रबंधन को इस कार्रवाई के बारे में सूचित भी किया गया, इसके बावजूद किसी ने स्वास्थ्य विभाग से संपर्क साधने की कोशिश नहीं की. इसके बाद कलेक्टर के आदेश पर गोकुलदास अस्पताल का लाइसेंस अस्थाई तौर पर सस्पेंड कर दिया गया.

लॉकडाउन के बीच जनता को समझाने निकले दुर्ग कलेक्टर, किया 5 किलोमीटर पैदल मार्च 

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर प्रवीण जड़िया ने बताया कि गोकुलदास अस्पताल में फिलहाल 13 मरीज भर्ती हैं. इनमें 1 मरीज आईसीयू में और 12 जनरल वॉर्ड में भर्ती हैं. इसलिए अस्पताल को सील नहीं किया गया है. इन मरीजों को मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट करने के बाद गोकुलदास अस्पताल को सील किया जाएगा. इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह के आदेश पर गोकुलदास अस्पताल का डेथ ऑडिट कराया जा रहा है. तीन सदस्यीय जांच कमिटी यह ऑडिट करेगी. ऑडिट रिपोर्ट आने के बाद गोकुलदास अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी.

WATCH LIVE TV

Trending news