कमिश्नर की मानें तो स्कूली बच्चे सिर्फ पढ़ने के लिये ही स्कूल नहीं आते हैं बल्कि स्कूल की साफ-सफाई की जिम्मेदारी भी छात्रों की होती है. कमिश्नर ने यह बात अपने डिंडौरी दौरे के दौरान एक मीटिंग में कही है.
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संदीप मिश्रा, डिंडोरी: मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के कमिश्नर राजेश बहुगुणा का एक अजीबोगरीब बयान सामने आया है. कमिश्नर साहब का कहना है कि अब संभाग के सभी सरकारी स्कूलों में शौचालय की साफ-सफाई छात्रों से कराई जाएगी. कमिश्नर की मानें तो स्कूली बच्चे सिर्फ पढ़ने के लिये ही स्कूल नहीं आते हैं बल्कि स्कूल की साफ-सफाई की जिम्मेदारी भी छात्रों की होती है. कमिश्नर ने यह बात अपने डिंडौरी दौरे के दौरान एक मीटिंग में कही है.
स्वीपर की हुई कमी तो सफाई का जिम्मा बच्चों को देना चाहते हैं कमिश्नर
इस दौरान जिले के कमिश्नर स्वीपर की कमी का रोना रोते हुए भी नजर आए. लिहाजा स्कूलों के शौचालय की सफाई का जिम्मा छात्रों एवं शिक्षकों पर थोपने की कोशिश की जा रही है. हालांकि अपने बयान में कमिश्नर बच्चों से जबरदस्ती शौचालय साफ नहीं कराने की बात कर रहे हैं. लेकिन, उनके इस बयान के बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मचा हुआ है.
डिंडौरी जिले के दौरे पर थे जबलपुर कमिश्नर
जानकारी के मुताबिक दरअसल जबलपुर कमिश्नर राजेश बहुगुणा गुरुवार को डिंडौरी जिले के दौरे पर थे. जहां उन्होंने मीटिंग के दौरान स्कूलों के शौचालय की साफ-सफाई को लेकर शिक्षा विभाग के अफसरों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए हैं.
बालाघाट जिले के तीन सरकारी स्कूलों में शिक्षक और छात्र मिलकर करते हैं शौचालय की सफाई
आपको बता दें कि बालाघाट जिले के तीन सरकारी स्कूलों में शिक्षक और छात्र मिलकर शौचालय की नियमित सफाई करते हैं. इसी बात से प्रेरित होकर जबलपुर कमिश्नर संभाग के सभी सरकारी स्कूलों में इस प्रयोग को लागू करना चाहते हैं.