चंबल में वोटिंग से पहले कांग्रेस को लगा बड़ा झटका, युवा नेता ने छोड़ा हाथ का साथ
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चंबल में वोटिंग से पहले कांग्रेस को लगा बड़ा झटका, युवा नेता ने छोड़ा हाथ का साथ

Bhind Lok Sabha Seat: चंबल में एक बार फिर कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है, कांग्रेस के युवा नेता ने वोटिंग से पहले पार्टी से इस्तीफा दे दिया है, वह चुनाव में टिकट के दावेदार थे. 

कांग्रेस नेता ने छोड़ी पार्टी

Devashish Jararia Resigns Congress: लोकसभा चुनाव में कांग्रेस अंतर्कलह से भी जूझती नजर आ रही है. चंबल में एक युवा नेता ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. उनके इस्तीफे की वजह लोकसभा चुनाव में टिकट न मिलना बताया जा रहा है, जिसका वह खुलकर सोशल मीडिया पर विरोध भी जता चुके थे. उन्होंने अपना इस्तीफा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेज दिया है. 

देवाशीष जरारिया ने दिया इस्तीफा 

दरअसल, 2019 के लोकसभा चुनाव में भिंड-दतिया लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार रहे देवाशीष जरारिया ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया. देवाशीष इस बार भी टिकट की मांग कर रहे थे. लेकिन पार्टी ने उनकी जगह दतिया जिले की भांडेर विधानसभा सीट से विधायक फूल सिंह बरैया को टिकट दिया है, लेकिन देवाशीष पार्टी के इस फैसले से नाराज बताए जा रहे थे. उन्होंने अपना इस्तीफे में लिखा कि काफी सोच विचार के बाद आज पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं. अब तक का सफर शानदार रहा, सभी सहयोगियों का आभार, यह केवल एक मोड़ है रास्ता बहुत लंबा है. 

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देवाशीष जरारिया ने लिखा पार्टी में लगातार हाशिए पर धकेले जाने के बाद समय अब कठोर फैसला लेने का है. मुझे लगता है कि कांग्रेस नेताओं ने मेरी राजनीतिक हत्या की जिम्मेदारी ले रखी है. मुझे कांग्रेस ने दूध में पड़ी मक्खी की तरह निकाल दिया है. इसलिए अब पार्टी छोड़ने का फैसला लिया है. बता दें कि इससे पहले भी उन्होंने सोशल मीडिया पर टिकट न मिलने का विरोध जताया था. देवाशीष ग्वालियर चंबल में कांग्रेस का युवा चेहरा माने जाते थे. वह संगठन में भी कई पदों पर रहे हैं. लेकिन टिकट कटने के बाद से वह शीर्ष नेतृत्व से नाराज चल रहे थे. 

भिंड में मुकाबला रोचक 

भिंड लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने इस बार सीनियर नेता फूल सिंह बरैया को टिकट दिया है, जबकि बीजेपी ने सिटिंग सांसद संध्या राय को ही मौका दिया है. अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित इस सीट पर एससी वर्ग प्रभावी भूमिका में रहता है. देवाशीष की युवाओं में अच्छी पकड़ मानी जाती है, लेकिन अब उनके अचानक पार्टी छोड़ने से कांग्रेस को नुकसान हो सकता है. हालांकि देवाशीष ने अभी तक किसी भी पार्टी में शामिल होने की बात नहीं बताई है. बीजेपी और कांग्रेस इस बार भिंड लोकसभा सीट पर पूरा जोर लगाती नजर आ रही है. 

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