जब जनसुनवाई में पहुंचे खुद ''भगवान'', कलेक्टर से की यह मांग, मामला सुन लोग रह गए हैरान
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh995799

जब जनसुनवाई में पहुंचे खुद ''भगवान'', कलेक्टर से की यह मांग, मामला सुन लोग रह गए हैरान

जनसुनवाई के दौरान लोग उस वक्त हैरान रह गए जब खुद भगवान जनसुनवाई में पहुंच गए. 

जनसुनवाई में पहुंचे भगवान

छतरपुरः आपने अक्सर भगवान के नाम से कोर्ट में केस रजिस्टर होते हुए सुना होगा. भगवान के नाम पर लोगों को केस लड़ते और अधिकार जमाते हुए भी सुना होगा. लेकिन मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुनकर आप हैरान रह जाएंगे. क्योंकि यहां खुद भगवान ही जनसुनवाई में पहुंच गए. जिसे देखकर हर कोई हैरान रह गया. 

जनसुनवाई में पहुंचे भगवान 
दरअसल, हर मंगलवार होने वाली जनसुनवाई में लोग अपने समस्साएं कलेक्टर के पास लेकर पहुंचते हैं. लेकिन सोचिए अगर जब जनसुनवाई में खुद भगवान अपनी समस्या लेकर पहुंच जाए तो क्या होगा. क्योंकि छतरपुर में भगवान हनुमान जनसुनवाई में पहुंचे. 

यह है पूरा मामला 
दरअसल, पूरा मामला छतरपुर जिले के नौगांव तहसील में आने वाले कुलवारा गांव से जुड़ा हुआ है. इस गांव में हनुमानजी का एक मंदिर बना हुआ है, जिसे धनुषधारी मंदिर के नाम से जाना जाता है. लेकिन पांच साल पहले मंदिर में स्थित हनुमानजी की मूर्ति को बाहर कर कुछ लोगों ने दूसरी मूर्ति स्थापित कर दी. जिसका मंदिर के महंत ने विरोध किया. पुजारी पिछले पांच सालों से इस मुद्दे को लेकर जिले के अधिकारियों के चक्कर काट करे थे. लेकिन उनकी कही कोई सुनवाई नहीं हो रही थी. ऐसे में मंदिर के महंत पुरुषोत्तम नायक मजबूर होकर हनुमान जी की मूर्ति लेकर आज जनसुनवाई में पहुंचे. 

पांच साल से हो रहे परेशान 
जनसुनवाई में हनुमानजी की मूर्ति लेकर पहुंचे महंत पुरुषोत्तम नायक ने बताया कि 5 साल से तहसील अदालत एवं जनसुनवाई कलेक्ट्रेट के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उन्हें कही से न्याय नहीं मिला. महंत ने आरोप लगाते हुए कहा कि गांव के नंदू राजपूत, लखन राजपूत, सुरेंद्र पाठक इन लोगों के कारण 32 साल पुरानी मूर्ति को मंदिर से बाहर निकाल दिया गया एवं उत्तर प्रदेश से एक मूर्ति लाकर मंदिर में स्थापित कर दिया गया. जो सही नहीं है. 

महंत ने कलेक्टर शीलेंद्र सिंह को पूरा मामला सुनाते हुए कहा कि  वह पिछले पांच साल से न्याय पाने के लिए दर-दर भटक रहे हैं, इसलिए अब उचित कार्रवाई की जाए. महंत का कहना है कि मंदिर की पुरानी मूर्ति को मंदिर में ही स्थापित करवाया जाए. वहीं मामले में कलेक्टर ने जांच की बात कही है. हालांकि इस दौरान छतरपुर के कलेक्टर परिसर में जब महंत के साथ सभी ने हनुमानजी की मूर्ति देखी तो सब हैरान रह गए. वहीं अब यह मामला जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है. 

ये भी पढ़ेंः MP के इस मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण करते हैं अपने पूर्वजों का तर्पण, सदियों से चली आ रही ये अनूठी परंपरा

WATCH LIVE TV

Trending news