दमोह हिजाब मामले में बोले BJP विधायक रामेश्वर शर्मा, स्कूल की PFI से कनेक्शन की जांच हो...
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दमोह हिजाब मामले में बोले BJP विधायक रामेश्वर शर्मा, स्कूल की PFI से कनेक्शन की जांच हो...

Damoh News: एक तरफ जहां दमोह कलेक्टर ने हिजाब मामले में स्कूल को क्लीन चिट दे दी तो वहीं सीएम शिवराज, गृहमंत्री लगातार ही जांच की बात कर रहे हैं. वहीं इस बीच भोपाल से विधायक रामेश्वर शर्मा का बड़ा बयान सामने आया है.

दमोह हिजाब मामले में बोले BJP विधायक रामेश्वर शर्मा, स्कूल की PFI से कनेक्शन की जांच हो...

आकाश द्विवेदी/भोपाल:  भोपाल के फायर ब्रांड नेता और बीजेपी विधायक (Fire brand BJP MLA) रामेश्वर शर्मा (Rameshwar Sharma) ने दमोह के एक निजी स्कूल में कथित तौर पर हिंदू छात्राओं को हिजाब पहनाने के मामले को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है. जिससे स्कूल को क्लीन चिट देने वाले कलेक्टर मयंक अग्रवाल अब उलझ गए हैं. 

बता दें कि सीएम शिवराज सिहं चौहान, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण ने जांच के लिए नए बिंदु निर्धारित करके कलेक्टर से रिपोर्ट मांगी है. इस बीच विधायक रामेश्वर शर्मा का बड़ा बयान सामने आया है.

PFI से कनेक्शन की जांच हो
इस पूरे मामले में भोपाल से विधायक रामेश्वर शर्मा की मांग है कि गंगा जमुना स्कूल की आतंकी संगठन और PFI से कनेक्शन की जांच हो. इसके अलावा उन्होंने इस मामले में क्लीन चिट देने वाले कलेक्टर-कमिश्नर पर भी कार्रवाई की मांग की है.

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स्कूल की मान्यता रद्द हो
बीजेपी विधायक ने कहा कि स्कूल की मान्यता रद्द की जाए और FIR कर जिम्मेदारों को जेल भेजें. अगर प्रदेश में ऐसे अन्य स्कूल तो उनपर भी कार्रवाई हो. हिंदुओं पर दबाव बनाने या लड़कियों को हिजाब पहनाने का अधिकार किसी को नहीं है.  इसके अलावा उन्होंने कहा कि कलेक्टर साहब को कार्रवाई करने के लिए भेजा गया था न कि शांतिदूत बनने के लिए.

आखिर क्या है मामला
बता दें कि दमोह के एक निजी स्कूल गंगा जमुना का एक पोस्टर काफी वायरल हो रहा है. जिसमें एमपी बोर्ड टॉपर छात्राओं की लिस्ट है. इस टॉपर्स में हिंदू नाम वाली बच्चियों को हिजाब पहनाया हुआ है. जिसे लेकर लोगों में काफी गुस्सा है. हालांकि इस मामले में बच्चियों के परिजनों ने शिकायत दर्ज नहीं करवाई है. वहीं वायरल पोस्टर की जांच के बाद जिला कलेक्टर के ऑफिशियल ट्वीटर पर जानकारी दी है कि वायरल पोस्टर मामला निराधार है और जांच में कोई दोषी नही पाया गया है.

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