बड़ा हादसा टला! देवास की चामुंडा टेकरी पर रोप-वे तार टूटा, घंटे भर हवा में झूलते रहे 6 लोग
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बड़ा हादसा टला! देवास की चामुंडा टेकरी पर रोप-वे तार टूटा, घंटे भर हवा में झूलते रहे 6 लोग

Dewas Ropeway Accident: मध्य प्रदेश के देवास में शनिवार को एक मंदिर के रोपवे कैबिन में आंध्रप्रदेश और उड़ीसा से आए 6 लोग फंस गए. काफी मशक्कत के बाद उनको रेस्क्यू कर बचाया गया. ये घटना उस वक्त घटी जब अचानक मौसम बिगड़ गया. 

बड़ा हादसा टला! देवास की चामुंडा टेकरी पर रोप-वे तार टूटा, घंटे भर हवा में झूलते रहे 6 लोग

अमित श्रीवास्तव/देवास: देवास की प्रसिद्ध माता टेकरी के रोपवे पर शनिवार शाम बड़ा हादसा होते हुए टल गया.  अचानक चली आंधी और तेज बारिश के चलते रोपवे का तार टावर की पुली से निकल गया. जिससे सभी केबिन हवा में झूलने लगे. इस दौरान रोपवे के केबिन में सवार होकर आंध्रप्रदेश और उड़ीसा के दो परिवार में दो महिला, दो पुरूष और दो बच्चे बीच में ही अटक गए. दोनों परिवार करीब डेढ़ घंटे तक हवा में खतरनाक तरीके से झूल रहे केबिन में फंसे रहे। इस दौरान धुंआधार बारिश के चलते सभी केबिन में बुरी तरह भीगते रहे.

NDRF की टीम पहुंची
वहीं घटना की सूचना मिलने पर देवास में मौजूद NDRF और SFRF होमगार्ड टीम, पुलिस और निगम आय़ुक्त भी मौके पर पहुंच गए. जिसके बाद रेस्क्यू शुरू किया गया. 

डेढ़ घंटे फंसे रहे श्रद्धालु
बता दें कि बारिश के चलते रेस्क्यू में भी रोपवे कर्मचारियों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा. करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद केबिन को माता टेकरी वाले हिस्से में ले जाया जा सका. जिसमें सवार सभी लोगों को सकुशल नीचे उतार लिया गया. केबिन से बाहर आते ही महिला-पुरूष एक दूसरे से लिपटकर रोने लगे. बदहवास श्रद्धालुओं को प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों ने ढांढस बंधाया.

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माता का चमत्कार 
वहीं रेस्क्यू के बाद श्रद्धालु ने कहा हम आंध्रप्रदेश और ओडिशा से आए हैं. हम इसमें एक घंटे से ज्यादा समय तक फंसे रहे. हमे बचाने के लिए प्रशासन की पूरी टीम तुरंत पहुंच गई, हम उन्हें धन्यवाद देते हैं. रेस्क्यू टीम ने हमारे पूरे परिवार बचा लिया. , यह माता रानी का चमत्कार है, वरना हम जिंदा नहीं बचते.

2017 में हुई थी शुरुआत
बता दें कि इस रोपवे की शुरुआत साल 2017 में हुई थी. मालवा-निमाड़ के इस पहले रोपवे से श्रद्धालुओं को 300 फीट ऊंची टेकरी पर पहुंचने में महज 3 मिनट लगते हैं. लेकिन इस तरह की लापरवाही सामने आने के बाद अब सवाल खड़े होने लगे है. क्योंकि यहां काफी संख्या में भक्त देवी के दरबार में आते हैं, और अगर ऐसी लापरवाही सामने आने लगी या बड़ी घटना घट गई तो इसका जिम्मेदार कौन होगा?

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