केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया चंबल की बाढ़ से प्रभावित लोगों से मुलाकात की. उन्होंने श्योपुर, भिंड और मुरैना में प्रभावित इलाकों का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने बाढ़ प्रभावितों को राहत देने के लिए बड़े ऐसान भी किए.
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भिंड/मुरैना: चंबल नदी में आई बाढ़ से तीन जिलों स्योपुर, मुरैना और भिंड के 150 से अधिक गांव प्रभावित हैं. इन प्रभावित गांव का दौरा केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किया. इस दौरान उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात की और उन्हें राहत देने का आश्वासन दिया. इलाके में सिंधिया ने लोगों से मुलाकात करके उन्हें राहत पहुंचाने के लिए कुछ घोषणाएं भी की.
इन चार चरणों में दी जाएगी राहत
मुरैना पहुंचे केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने बाढ़ पीड़ितों को 4 चरणों में राहत देने के लिए घोषणा की है. उन्होंने कहा पहले चरण में सर्वे कराया जाएगा. दूसरे चरण में उनको जो उनके नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई की जाएगी और तीसरे चरण में बिजली पानी सड़क एवं हेल्थ की व्यवस्था की जाएगी और चौथे चरण में इस बारे में विचार किया जाएगा कि अगली बार ऐसी स्थिति ना बने उसके लिए भी डैम या कोई दूसरी व्यवस्था की जाए.
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जानवरों के लिए चारे की व्यवस्था
भिंड पहुंचे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अटेर इलाके के चौम्हो गांव में बाढ़ पीड़ितों से मिलकर उनका हालचाल जाना और मंच से बोलते हुए उन्होंने चार बिंदुओं पर प्रशासन को सहयोग करना है, जिनमें लोगों के लिए खाने पीने की व्यवस्था के साथ-साथ जानवरों के लिए चारे की व्यवस्था प्रमुख है.
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प्रशासन के लिए तय की प्राथमिकता
सिंधिया ने बाढ़ प्रभावित गांवों में शुद्ध पानी के लिए हेड पंप की व्यवस्था को प्राथमिकता बताया. बाढ़ समाप्त हो जाने के बाद महामारी से ग्रामीण जनों को बचाने के लिए स्वास्थ्य अमले दो अलर्ट रहकर ग्रामीणों की समुचित व्यवस्था करने की प्राथमिकता तय की.
ग्रामीणों को ऊपरी इलाके में बसाने की पहल
सिंधिया ने कहा कि चंबल में बाढ़ हर साल का नियम हो गया है और ग्रामीण हर बार बड़ी परेसानी सहन करते हैं. इसके परमानेंट हल के लिए उन्होंने चंबल किनारे बसे निचले इलाके के गांव के लोगों को ऊपर के इलाकों में बसाए जाने की पहल करते हुए कहा कि ग्रामीण जगह चिन्हित करें उनको बताएं और जो ऊपर बसना चाहते हैं उनको सरकार व्यवस्था करेगी. इससे बाढ़ से होने वाली परेसानी हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी.