कैलाश विजयवर्गीय का बड़ा बयान, पार्लियामेंट में जाना होगा तो चुनाव लड़कर ही जाऊंगा
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कैलाश विजयवर्गीय का बड़ा बयान, पार्लियामेंट में जाना होगा तो चुनाव लड़कर ही जाऊंगा

सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा तेज है कि थावरचंद गहलोत के कर्नाटक के राज्यपाल बनने के बाद खाली हुई सीट पर बीजेपी कैलाश विजयवर्गीय को राज्यसभा भेज सकती है, जिसको लेकर उन्होंने आज एक बड़ा बयान दिया. 

कैलाश विजयवर्गीय, राष्ट्रीय महासचिव, बीजेपी

इंदौरः मध्य प्रदेश की एक राज्यसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को चार तारीख को वोटिंग होनी है. लेकिन कल कांग्रेस ने पत्ते खोलते हुए बड़ा ऐलान किया. कांग्रेस ने राज्यसभा उपचुनाव में प्रत्याशी नहीं उतारने की घोषणा कर दी है. जिससे यह सीट बीजेपी के खाते में आसानी से जाती दिख रही है. लेकिन अब तक सत्ताधारी बीजेपी की तरफ से प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया गया है. वहीं इस बीच आज बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने राज्यसभा चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया. 

राज्यसभा चुनाव को लेकर कैलाश विजयवर्गीय का बड़ा बयान
दरअसल, सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा तेज है कि थावरचंद गहलोत के कर्नाटक के राज्यपाल बनने के बाद खाली हुई सीट पर बीजेपी कैलाश विजयवर्गीय को राज्यसभा भेज सकती है. आज इंदौर में जब उनसे इस मुद्दें को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने खुद को राज्यसभा की रेस से बाहर बताया. 

विजयवर्गीय ने कहा कि ''राज्यसभा में जाने का मेरा कोई इरादा नहीं है, जब भी मुझे पार्लियामेंट में जाना होगा तो चुनाव लड़कर ही जाऊंगा.'' राज्यसभा की खाली हुई सीट से कैलाश विजयवर्गीय को भेजे जाने के कयास लगाए जा रहे थे. लेकिन उनके इस बयान के बाद माना जा रहा है कि कैलाश विजयवर्गीय राज्यसभा नहीं जा रहे हैं. 

कांग्रेस ने नहीं उतारेगी उम्मीदवार 
कांग्रेस ने राज्यसभा की एक सीट के लिए होने वाले उपचुनाव में उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संगठन प्रभारी चंद्र प्रभाष शेखर ने बताया कि पार्टी ने यह निर्णय वोट कम होने के चलते लिया है. प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के निर्णय पर पार्टी राज्यसभा उपचुनाव में अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी. क्योंकि विधायकों की संख्या के हिसाब से सीट बीजेपी के खाते में जाएगी. कांग्रेस के कम विधायक होने की वजह से पार्टी ने यह फैसला लिया है. 

बात दें कि मध्य प्रदेश में फिलहाल बीजेपी के  125 विधायक है. जबकि कांग्रेस के 95 विधायक विधायक है. दो विधायक बीएसपी के और सपा का विधायक है. जबकि चार विधायक निर्दलीय है. इसके अलावा तीन विधायकों के निधन से तीन विधानसभा सीटें खाली हैं. कांग्रेस के उम्मीदवार नहीं उतारने के फैसले से राज्यसभा की सीट पर बीजेपी की जीत निश्चित मानी जा रही है. 

4 अक्टूबर को होगी वोटिंग 
बता दें कि राज्यसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए 15 सितंबर 2021 को नोटिफिकेशन जारी होगा. वहीं उम्मीदवारी वापस लेने की आखिरी तारीख 27 सितंबर है. राज्यसभा उपचुनाव के लिए 4 अक्टूबर को मतदान होगा. वोटों की गिनती भी 4 अक्टूबर को होगी. मध्य प्रदेश से राज्यसभा सांसद थावरचंद गहलोत के कर्नाटक का राज्यपाल बनाए जाने के बाद से खाली हुई है. जब मध्य प्रदेश में होने वाले राज्यसभा उपचुनाव के संभावित उम्मीदवार के बारे में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हमारा केंद्रीय नेतृत्व तय करेगा कि कौन इस चुनाव में उम्मीदवार होगा. बता दें कि मध्य प्रदेश में राज्यसभा की 11 सीटें हैं, जिनमें से 6 सीटों पर फिलहाल बीजेपी का कब्जा है, जबकि चार सीटें कांग्रेस के पास हैं. एक सीट पर मतदान होना. 

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