मंदिर में रोशनी के अलावा भोजनालय, अस्पताल, शुद्ध पानी के लिए लगे आरओ प्लांट व परिसर में लगे पौधों को पानी देने की प्रक्रिया में बिजली का उपयोग होता है.
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वासु चौरे/इंदौरः मध्य प्रदेश अपनी कला संस्कृति और ऐतिहासिक मंदिरों के लिए जाना जाता है.ऐसा ही एक मंदिर इंदौर के खजराना में स्थित है. ये प्रसिद्ध मंदिर अपने चमत्कारों के लिए भक्तों के बीच काफी लोकप्रिय है. इस गणेश मंदिर से वहां के भक्तों का मानना है कि उनकी हर एक मनोकामना पूरी होती है. बता दें कि मंदिर में एक अहम बदलाव किया गया है , जिसके तहत अब खजराना गणेश मंदिर सौर ऊर्जा से तैयार होने वाली बिजली से जगमगाएगा. दरअसल बीते दिन रविवार को इस सिलसिले में मंदिर प्रबंधन समिति की बैठक हुई .
इस बैठक में मंदिर को लेकर कई बातों पर चर्चा हुआ. गौरतलब है कि अभी तक खजराना मंदिर में रोशनी के अलावा भोजनालय, अस्पताल, शुद्ध पानी के लिए लगे आरओ प्लांट व परिसर में लगे पौधों को पानी देने की प्रक्रिया में बिजली का उपयोग होता है. ऐसे में मंदिर प्रशासन को अभी प्रतिवर्ष दो से ढाई लाख रुपये बिजली बिल का भुगतान करना पड़ता हैं. इन्हीं सब बातों को देखते हुए मंदिर समिति ने यह निर्णय लिया हैं कि करीब 45 लाख रुपये खर्च कर मंदिर परिसर में सौर ऊर्जा से बिजली बनाने का संयत्र अगले तीन से चार माह में लगाया जाएगा.
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इसके साथ ही इससे तैयार होने वाली बिजली का उपयोग मंदिर परिसर के दूसरे कामो के लिए भी इस्तेमाल किया जायेगा. बता दें कि रविवार को खजराना मंदिर परिसर में हुई प्रबंध समिति की बैठक में कलेक्टर मनीष सिंह, निगमायुक्त प्रतिभा पाल, आइडीए सीइओ विवेक क्षत्रिय व मंदिर पुजारी अशोक भट्ट, मोहन भट्ट व अन्य पुजारी शामिल हुए. शहर में लोगों की आस्था के केंद्र खजराना गणेश मंदिर में देव दर्शन और धर्मार्थ के क्षेत्र में पर्याप्त कार्य किए गए हैं. यहां हरियाली के लिए विविध प्रजाति के पेड़ लगाए गए. इससे मंदिर की सुंदरता कई गुना बढ़ गई है.
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