कोरबा जिले के एक घर के पूजा वाले स्थान पर रखे शिवलिंग के सामने एक नाग घंटो तक बैठा रहा. लोगों ने इसे ईश्वरीय चमत्कार माना. सूचना पाकर मौके पर पहुंची स्नेक रेस्क्यू टीम ने सांप को घर से बाहर निकाला.
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कोरबा/नीलम पड़वारः भगवान शिव का प्रिय महीना सावन चल रहा है. इस महीने सभी शिवालयों में भक्तों की भारी भीड़ लगी हुई है. लोगों की आस्था है कि सावन महीने भगवान शिव का जलाभिषेक करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं. वहीं सावन के महीने में कोरबार जिले में एक अद्भुत नजारा देखने को मिला है. जहां एक नाग शिवलिंग और मां दुर्गा के प्रतिमा के सामने घंटो फन फैलाए बैठा रहा. इस नजारे को देखकर लोगों ने श्रद्धा से हाथ जोड़ लिए और इसे ईश्वरीय चमत्कार माना.
शिवलिंग के सामने बैठा नाग
दरअसल कोरबा जिले के मानिकपुर क्षेत्र के कृष्णा नगर में रहने वाले शिव कुमार सोनी का पूरा परिवार रोजाना की तरह अपने दैनिक कार्य में लगे हुए थे. तभी अचानक से उनके आंगन में एक नाग दिखाई दिया, जिसे देखकर पूरा परिवार डर से सहम गया. लेकिन नाग ने उन्हें कुछ नहीं किया, बल्कि बड़े ही आराम से रेंगते हुए पूजा कक्ष में चला गया जहां पीढ़े के ऊपर रुखे कटोरी में शिवलिंग विराजमान था, उस शिवलिंग पर रूद्र माला चढ़ा हुआ था, साथ ही तांबे से बना नाग लपेटे हुआ था. पास में ही मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित थी वहीं जाकर नाग फन फैला कर बैठ गया. नाग इस तरह से शिवलिंग के सामने बैठा रहा जैसे की वो अपने आराध्य देव के पास ही हो.
सावन में नाग का दर्शन करना होता है शुभ
घर वाले इस अदभुत् नजारे को देख आश्चर्य चकित हुए और इसे ईश्वरी चमत्कार मानते हुए हाथ जोड़कर दूर से नाग को प्रणाम किया और आस पास के लोगों को भी इसकी जानकारी दी. जिसको देखने के लिए आस पास के लोग भी पहुंचे और लोगों ने इसको भगवान के चमत्कार से जोड़ कर देखा, साथ ही कहा कि आज साक्षात भगवान शिव जी पधारे थे, हम दर्शन कर के धन्य हो गए. लोगों का मानना है कि सावन माह में नाग का दर्शन करना शुभ माना जाता हैं.
स्नेक रेस्क्यू टीम ने निकाला बाहर
घर वालों ने कुछ समय बाद इसकी सुचना स्नेक रेस्क्यू टीम प्रमुख जितेन्द्र सारथी को दी. सुचना पर जितेन्द्र सारथी अपने टीम के सदस्य के साथ कृष्णा नगर पहुंचे. मौके पर पहुंचकर जितेन्द्र सारथी ने रेस्क्यू शुरू किया और नाग को रेस्क्यू कर बाहर निकाला और हवादार डिब्बे में बंद किया. सांप को स्नेक टीम द्वारा कुछ देर बाद जंगल में छोड़ दिया गया.
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