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MP Assembly Election 2023: इस साल मध्यप्रदेश में चुनाव होना है. कांग्रेस और बीजेपी (BJP-CONGRESS) दोनों ही पार्टी इस लेकर काफी सक्रिय है. रोज कुछ न कुछ घोषणाएं दोनों साइड से हो रही है. इस बीच जयस ने बड़ा चुनावी दांव खेला है. जयस (jyas) ने भील आबादी (bhil state) के हिसाब से अलग प्रदेश की मांग कर डाली. अब चुनावों के नजदीक आते ही जयस स्टेट की मांन ने बीजेपी-कांग्रेस को परेशान कर दिया है.
गौरतलब है कि एमपी में काफी समय से विंध्य प्रदेश की मांग उठती आई है, लेकिन अब भील प्रदेश की मांग जयस की तरफ से तेज हो गई है. जयस ने दावा किया है कि वो अपने एजेंडे में अलग भील प्रदेश की मांग को शामिल करेगा. इसे लेकर जल्द ही भील आबादी वाले हिस्सों में जनजागरण अभियान शुरू करेगा.
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समाज की मांग अलग हो प्रदेश
जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन यानी जयस संरक्षक डॉ. हीरालाल अलावा ने कहा कि आम जनता में यहां के आदिवासी भाइयों में युवाओं में भील प्रदेश की मांग हर गली गली चप्पे-चप्पे पर गूंज रही है. फिर प्रदेश की मांग आदिवासी समाज काफी समय से करते हुए आ रहा है. भील प्रदेश की मांग मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान में काफी लंबे समय से मांग कर रहा है. जयस भी समाज की मांग को समर्थन करते हैं और उम्मीद करते हैं कि भील प्रदेश से आदिवासियों का विकास होता है. अच्छी शिक्षा दीक्षा मिलती है. तो हम समर्थन करते हैं और मांग करते हैं कि मध्यप्रदेश में आदिवासियों के भावनाओं का मध्य प्रदेश की सरकार और केंद्र सरकार आदर करें कि आदिवासियों का विकास हो. इसके लिए अगल भील प्रदेश बनाएं.
एमपी में आबादी 46 लाख
बता दें कि पूरे देश में भील जनजाति की तकरीबन 2 करोड़ की आबादी है. जिसमें भील जनजाति की बड़ी आबादी देश के चार राज्यों राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र में रहती है. आबादी की बात करें तो एमपी में 46 लाख की जनसंख्या शामिल है. वहीं एमपी में नीमच, मंदसौर, रतलाम, खंड़वा झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, धार, खरगोन और बुरहानपुर आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र हैं. वहीं जयस के अलावा दूसरे आदिवासी संगठन भी अलग भील प्रदेश की मांग कर रहे हैं. अब देखना होगा कि जयस इस अगामी चुनाव में किस तरह प्रदर्शन करता है.