MP नर्सिंग घोटाले से जुड़ी बड़ी खबर, काउंसिल लिस्ट में फर्जीवाड़े वाले कॉलेज भी शामिल
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MP नर्सिंग घोटाले से जुड़ी बड़ी खबर, काउंसिल लिस्ट में फर्जीवाड़े वाले कॉलेज भी शामिल

MP Nursing Scam: मध्य प्रदेश में एक तरफ नर्सिंग घोटाले में हर दिन कई बड़े खुलासे हो रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ काउंसिल के लिए नर्सिंग कॉलेजों की जो लिस्ट जारी की गई है, उसमें बहुत कुछ चौकाने वाला है.  

मध्य प्रदेश नर्सिंग घोटाला

Madhya Pradesh Nursing Scam: मध्य प्रदेश में हुए नर्सिंग घोटाले में हर दिन कई बड़े खुलासे हो रहे हैं, जबकि जांच भी जारी है, लेकिन इन सब के बीच मप्र नर्सिंग काउंसिल ने साल 2022-23 की परीक्षाओं के लिए कॉलेजों की एक लिस्ट जारी की गई है, जिसमें उन कॉलेजों को भी शामिल किया गया है, जिनके संचालक और पदाधिकारी रिश्वत देते हुए पकड़े गए थे. 20 मई को काउसिंल के लिए कॉलेजों की जो सूची जारी की गई है, उसमें ऐसे कई कॉलेज शामिल हैं, जिन के संचालकों पर आरोप हैं. 

रिश्वत देते पकड़े गए थे संचालक 

दरअसल, जिन 132 कॉलेजों को काउसिंल में शामिल किया गया है, उनमें हैरानी की बात ये है कि वे कॉलेज भी शामिल हैं, जिनके प्रिंसिपल रिश्वत देते रंगे हाथों पकड़े गए हैं. इतना ही नहीं प्रवेश के लिए नोटिफिकेशन भी सोमवार को जारी किया गया. यानी सीबीआई की टीम की तरफ से हुई छापेमारी और भ्रष्टाचारियों की गिरफ्तारी की खबर आने के बाद आनन-फानन में नामांकन प्रक्रिया शुरू के लिए सूची जारी की गई.

ये हैं वह कॉलेज 

जिन कॉलेजों से जुड़े लोग रिश्वत कांड में शामिल हैं, उनमें आरडी मेमोरियल नर्सिंग कॉलेज इंदौर, प्रत्यांश नर्सिंग कॉलेज इंदौर, आधार नर्सिंग कॉलेज रतलाम, धार कॉलेज ऑफ नर्सिंग धार, डॉ एम बी शर्मा नर्सिंग कॉलेज रतलाम, मलय नर्सिंग कॉलेज भोपाल, अरविंदो नर्सिंग कॉलेज भोपाल, मेहको नर्सिंग कॉलेज भोपाल, एपीएस नर्सिंग कॉलेज भोपाल के नाम शामिल हैं. सीबीआई की तरफ से की गई कार्रवाई में इन सभी कॉलेजों का नाम रिश्वत के मामले में सामने आया था. ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि जब जांच पूरी नहीं हुई तो फिर इन कॉलेजों को काउसिंल लिस्ट में शामिल कैसे किया गया है. 

23 पर एफआईआर 

दरअसल, मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के निर्देश पर नर्सिंग कॉलेजों की सीबीआई जांच शुरू हुई थी, लेकिन बाद में इस मामले में सीबीआई के ही कुछ अधिकारी घोटाले में लिप्त पाए गए थे. सीबीआई के अधिकारियों ने कॉलेजों को क्लीन चिट देने के बादले में रिश्वत ली थी. हालांकि बाद में धीरे-धीरे पूरे मामले की परते खुली तो सीबीआई के ही कुछ अधिकारियों को मामले में गिरफ्तार किया गया था. अब तक मध्य प्रदेश के नर्सिंग घोटाले के मामले में पुलिस ने कुल 23 लोगों पर एफआईआर दर्ज की है. जबकि कुल 13 लोगों की गिरफ्तारियां हो चुकी हैं, जिनमें से सभी को 29 मई तक हाईकोर्ट ने रिमांड पर भेज दिया है. 

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