पंचायत चुनाव रद्द होने की खुशी! सरपंच ने निकाला जुलूस, मंदिर में दिया 51 हजार का चढ़ावा
Advertisement

पंचायत चुनाव रद्द होने की खुशी! सरपंच ने निकाला जुलूस, मंदिर में दिया 51 हजार का चढ़ावा

माना जा रहा है कि अभी यह मामला लंबा खिंचेगा और राज्य में पंचायत चुनाव होने में अभी वक्त लग सकता है.

पंचायत चुनाव रद्द होने की खुशी! सरपंच ने निकाला जुलूस, मंदिर में दिया 51 हजार का चढ़ावा

नई दिल्लीः मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव रद्द हो गए हैं. इसके चलते चुनाव की तैयारी कर रहे कई प्रत्याशी निराश हैं लेकिन कुछ लोग ऐसे भी है, जिन्हें इस फैसले से बेहद खुशी हुई है. ऐसा ही एक मामला गुना जिले के गांव चकदेवपुर में देखने को मिला. जहां सरपंच जेमा नायक ने पंचायत चुनाव रद्द होने का जश्न मनाया. सरपंच ने ना सिर्फ डीजे के साथ पूरे गांव में जुलूस निकाला बल्कि गांव में निर्माणाधीन मंदिर में 51 हजार रुपए का चढ़ावा भी चढ़ाया. 

क्या है मामला
बता दें कि ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है. ऐसे में सरकार और विपक्ष ने ओबीसी आरक्षण के बिना पंचायत चुनाव नहीं कराने की बात कही और उसके बाद पंचायत चुनाव रद्द कर दिए गए. सरकार के इस फैसले से मौजूदा सरपंचों के चेहरे खिल गए हैं. माना जा रहा है कि अभी यह मामला लंबा खिंचेगा और राज्य में पंचायत चुनाव होने में अभी वक्त लग सकता है. ऐसे में मौजूदा पंच, सरपंच ही अपने पद पर बने रहेंगे. 

MP पंचायत चुनाव निरस्त होने के बाद फिर हुआ बड़ा फैसला, इस बार सरपंच और सचिव को झटका

यही वजह है कि चकदेवपुर के सरपंच जेमा नायक ने पंचायत चुनाव रद्द होने का जोरदार जश्न मनाया. जुलूस के साथ ही जेमा नायक ने गांव के मंदिर में 51 हजार रुपए का चढ़ावा चढ़ाया. साथ ही कन्या भोज भी कराया. जेमा नायक का कहना है कि चुनाव अब कम से कम 2 साल नहीं होंगे, इसलिए उन्हें सरपंची करने का और समय मिल गया है.  

दमोह में शराब कारोबारी के यहां रेडः कैश गिनने के लिए लानी पड़ी 5 बैंकों की मशीन

सरकार ने दिया झटका
वहीं सरपंच भले ही खुशी मना रहे हों लेकिन सरकार के ताजा आदेश से उनकी खुशी धरी की धरी रह सकती है. बता दें कि सरकार ने अपने ताजा आदेश में सरपंचों को दी वित्तीय ताकत को स्थगित कर दिया है. इससे पहले सरकार ने बीती 4 जनवरी को एक निर्देश जारी कर कहा था कि पंचायतों का संचालन सचिव और सरपंच करेंगे लेकिन अब वित्तीय ताकत स्थगित करने के फैसले से सरपंचों को झटका लगेगा.  

Trending news