मंडला: उफनती नदी को पैदल पार करते हैं स्‍कूली छात्र, गीले कपड़ों में जाते हैं स्‍कूल
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मंडला: उफनती नदी को पैदल पार करते हैं स्‍कूली छात्र, गीले कपड़ों में जाते हैं स्‍कूल

Mandla News: मध्‍य प्रदेश के मंडला ज‍िले से कुछ व‍िचल‍ित कर देने वाली तस्‍वीरें सामने आई हैं जहां बच्‍चों को स्‍कूली ड्रेस में ही नदी को पार करना होता है. हालत ये है क‍ि स्‍कूल में उन्‍हें गीले कपड़ों में बैठना पड़ता है.  

नदी पार करते छात्र.

विमलेश मिश्र/मंडला: मध्‍य प्रदेश के मंडला जिले से एक विचलित कर देने वाली तस्वीर सामने आई है. यहां बच्चों को शिक्षा हासिल करने के लिए जान जोखिम में डालकर स्कूल पहुंचना पड़ रहा है. बच्‍चे जब क्‍लास में बैठते हैं तो उनके कपड़े गीले होते हैं. 

डोंगी के सहारे करनी होती है नदी पार 
तस्वीरें मंडला जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दूर सुरपन नदी के उस पार के गांव दिवारा, गंगोरा, की हैं. गांव में हायर सेकेंडरी स्कूल नहीं होने के चलते बच्चों को उफनती नदी से डोंगी ( नाव ) के सहारे पार कर लफरा ग्राम पंचायत में स्थित हायर सेकेंड्री स्कूल में आना पड़ता है. 

गीले होकर छात्र जाते हैं स्‍कूल 
स्‍कूल में पढ़ने आने वाले दूसरे गांव के बच्चो को एक डोंगी के सहारे शिक्षा ग्रहण करने आना पड़ता है. अगर नदी में पानी कम रहता है तो बच्चे नदी पैदल चलकर पार करते हैं जिससे बच्चों को गीला होकर स्कूल आना-जाना होता है जिसका वीडियो भी वायरल हुआ है. 

नदी पर नहीं है पुल 
इतना ही नहीं, ग्रामीणों को भी अपने रोजाना के कार्यो के लिए इसी नदी को पार करके आना-जाना पड़ता है. दरअसल, ग्राम पंचायत लफरा और दिवारा के बीच सुरपन नदी बहती है जहां पर ग्रामीण लंबे से समय से पुल की मांग कर रहे हैं लेकिन यहां आज तक पुल नहीं बन पाया है. लिहाजा लोगों को डोंगी का सहारा लेकर आना-जाना पड़ता है. सुरपन नदी पर पुल नहीं होने की वजह से लफरा, गंगोरा, बाबा टोला, बगली, सेमरमामा टोला, सीतारपटन सहित करीब आधा दर्जन गांव के लोगों को रोजाना ऐसा ही संघर्ष करना पड़ता है. 

 

मंत्री ने द‍िया आश्‍वासन 
वहींं, इस मामले में जब हमने मंत्री फग्गन सिंह से बात की तो उन्होंने मामला संज्ञान में आने के बाद अधिकारियों को ऐसी जगहों को चिन्हित करने के निर्देश दे द‍िए हैं. 

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