'जब पैसे नहीं थे तो लॉक भी नहीं करना था कलेक्टर,' चोरों से पूछा क्यों लिखा तो दिया गजब जवाब
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'जब पैसे नहीं थे तो लॉक भी नहीं करना था कलेक्टर,' चोरों से पूछा क्यों लिखा तो दिया गजब जवाब

देवास में डिप्टी कलेक्टर त्रिलोचन गौड़ के सरकारी आवास में चोरी करने वाले चोर पकड़े गए हैं. इन लोगों ने ज्यादा माल के लालच में एक डिप्टी कलेक्टर के घर में घुसे थे. जब पैसे नहीं मिले तो उन्होंने कलेक्टर को नसीहत देते हुए एक चिट्ठी लिथी थी, जिसमें लिखा था कि जब पैसे नहीं थे तो लॉक नहीं करना था कलेक्टर.

देवास पुलिस की गिरफ्त में SDM को चिट्ठी लिखने वाले चोर

देवास: देवास में डिप्टी कलेक्टर के घर में चोरी करने वाले चोर पकड़े गए हैं. मंगलवार को ये चोर डिप्टी कलेक्टर त्रिलोचन सिंह के सूने मकान में घुसे थे. जब उन्हें ज्यादा माल नहीं मिला तो उन्होंने कलेक्टर को नसीहत देते हुए एक चिट्ठी लिखी थी. पकड़े गए चोरों ने पुलिस को बताया कि ज्यादा कुछ नहीं मिलने के कारण उन्होंने गुस्से में कलेक्टर के नाम चिट्ठी लिखी थी और तीनों ने अपने साइन भी किए थे. 

डिप्टी कलेक्टर के घर चोरी घुसे इन चोरों को जब ज्यादा माल नहीं मिला तो इनका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया. उन्होंने वहीं पास पड़ी कलेक्टर की डायरी में लिखा था कि- जब पैसे नहीं थे तो लॉक नहीं करना था कलेक्टर. चोरों की यह चिट्ठी जमकर मीडिया और सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी. यह चोर मंगलवार शाम को देवास जिले के डिप्टी कलेक्टर त्रिलोचन गौड़ के सरकारी आवास में चोरी करने घुसे थे. पकड़े गए चोरों से पुलिस ने पूछताछ की तो उन्होंने कहा कि हमें नहीं पता था डिप्टी कलेक्टर. हमने तो कलेक्टर पढ़ा और सोचा तगड़ा माल मिलेगा. भीतर पहुंचे तो मायूस हो गए. गुस्से में ऐसा कर दिया. प्रकाश हिस्ट्रीशीटर है और उसके खिलाफ कई केस हैं. चोर शुभम का कहना है कि उसने ही खत लिखा था. 

SDM के घर कुछ नहीं मिला तो चोर ने लिखा पत्र- 'जब पैसे नहीं थे तो लॉक भी नहीं करना था कलेक्टर'

इन चोरों के नाम कुंदन पुत्र नरेन्द्र ठाकुर निवासी बिहारीगंज और शुभम उर्फ छोटू पुत्र राधेश्याम जायसवाल निवासी बिहारीगंज है. उन्होंने बताया उनका एक और साथी इसमें शामिल था. उन्होंने उसका नाम प्रकाश उर्फ गंजा बताया. उन्होंने बताया चोरी करने वे नहीं बल्कि प्रकाश घुसा था. चोरों के हवाले से चार हजार रुपए और एक स्टील का डिब्बा बरामद किया है. पुलस के अनुसार डिप्टी कलेक्टर अभी खातेगांव में SDM के पद पर पदस्थ हैं. उनका शहर के सिविल लाइन में सरकारी आवास है. इसलिए करीब 15 दिन से उनका घर सुना था. उनके घर से ज्यादा कुछ कैश नहीं मिला था. इसी बात से वह नाराज थे और जाते-जाते अपने हाथ से लिखी एक चिट्‌ठी छोड़ गए.

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