मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ में इस साल गर्मी ने कई रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. दोनों ही जगहों पर हीट वेव चल रही है. मध्य प्रदेश के ग्वालियर और नौगांव 46 डिग्री और छत्तीसगढ़ के मुंगेली में पारा 47 डिग्री के पार चला गया.
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रायपुर/भोपाल: मानसून आने से पहले मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में गर्मी का रिकॉर्ड टूट गया है. मानसून का केरल और कर्नाटक में अटकने के कारण प्री-मानसून की गतिविधियां थम गई हैं. इससे पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया है. शनिवार को ग्वालियर और नौगांव सबसे ज्यादा गर्म रहा. यहां पर पारा 46 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा चला गया. वहीं छत्तीसगढ़ के मुंगेली में शनिवार को अधिकतम तापमान 47.6 डिग्री सेल्सियस मापा गया.
मध्य प्रदेश में बढ़ी तपन
शनिवार को ग्वालियर और नौगांव सबसे ज्यादा गर्म रहा। यहां पर पारा 46 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा चला गया. नौगांव में 46.5 डिग्री और ग्वालियर में 46.2 डिग्री सेल्सियस रहा. भोपाल में 42.7, इंदौर में 40.6 और जबलपुर में 43.4 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया.
छत्तीसगढ़ में टूटा सालों का रिकॉर्ड
छत्तीसगढ़ में जून महीने में अब तक का सबसे अधिक तापमान 47.2 डिग्री सेल्सियस मापा गया था, जिसे मुंगेली ने तोड़ दिया है. रायपुर में यह 11 जून 1931, एक जून 1988 और 8 जून 1995 को रिकॉर्ड किया गया था. वहीं बिलासपुर में दो जून 2012 को यह रिकॉर्ड हुआ. जबकि जांजगीर-चांपा में भी तीन जून 1978 को अधिकतम तापमान 47.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ था.
शनिवार को रायपुर में अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस मापा गया. माना हवाई अड्डे के पास इसे 45.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. वहीं नवा रायपुर क्षेत्र में यह 45.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था. तीनों जगह का तापमान सामान्य से 5 डिग्री सेल्सियस अधिक था. दोपहर में करीब 6 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चल रही हवाएं बेहद गर्म थीं.
अभी और तपेगा का दिन
मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ को फिलहाल गर्मी से राहत नहीं मिलने वाली है. मौसम विभाग का कहना है कि अगले 10 दिन नौतपा से ज्यादा तपने की आशंका है. केरल में भले ही मानसून समय से पहुंच गया हो, लेकिन इसके आगे बढ़ने की रफ्तार धीमी हो गई है. फिलहाल मानसून कर्नाटक में अटक गया है. इस कारण प्री-मानसून एक्टिविटी पर ब्रेक लग गया है.
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