Vidhansabha Chunav: भाजपा ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 (MP Assembly Election 2023) के लिए अपनी दूसरी लिस्ट (BJP 2nd List) जारी कर दी है. इसी के साथ अलग-अलग इलाकों में बगावत भी शुरू हो गई है. सीधी में टिकट नहीं मिलने पर बड़े बीजेपी नेता ने इस्तीफा दे दिया है.
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MP Vidhansabha Chunav: भोपाल/सीधी। मध्य प्रदेश में भाजपा ने गहन मंथन के बाद प्रत्याशियों की दूसरी सूची (BJP 2nd List) जारी कर दी है. इसमें 7 सांसदों को मैदान में उतारा गया है. जिसमें 3 केंद्रीय मंत्री शामिल हैं. हालांकि, अब जो नेता पहले से टिकट की आशा में बैठे थे वो बागी होने लगे हैं. सोमवार देर शाम बीजेपी ने अपनी दूसरी लिस्ट जारी की. रात होते-होते इस्तीफों की भी खबर आने लगी. सीधी से पार्टी ने सांसद रीती पाठक को टिकट दिया. इसकी विरोध में पूर्व जिला अध्यक्ष राजेश मिश्रा ने इस्तीफा दे दिया.
'पार्टी को हमारी जरूरत नहीं'
सीधी से टिकट नहीं मिलने पर राजेश मिश्रा ने इस्तीफा दिया है. उन्होंने इसे लेकर प्रदेश अध्यक्ष को पत्र लिखा है. राजेश मिश्रा बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य और सीधी के पूर्व जिला अध्यक्ष हैं. अपने इस्तीफे के बाद राजेश मिश्रा ने कहा हम जैसे निष्ठावन कार्यकर्ता को भारतीय जनता पार्टी को कोई आवश्कता नहीं है. इसलिए मैं पार्टी में बोझ बन कर नहीं रहना चाहता.
ट्वीट कर दी जानकारी
राजेश मिश्रा ने पहले अपना इस्तीफा लिखा फिर उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इसे पोस्ट भी किया और लिखा 'हम जैसे निष्ठावन कार्यकर्ता को भारतीय जनता पार्टी को कोई आवश्कता नहीं है! इसलिए मै पार्टी मे बोझ बन कर नहीं रहना चाहता.' उन्होंने अपने इस पोस्ट में जेपी नड्डा, वीडी शर्मा, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, हितानंद शर्मा को भी टैग किया है.
कांग्रेस ने कसा तंज
रीती पाठक को टिकट मिलने के बाद आए राजेश मिश्रा के इस्तीफे पर कांग्रेस ने तंज कसा है. मिश्रा के इस्तीफे को X पर पोस्ट करते हुए कांग्रेस ने लिखा 'बीजेपी में लगातार टूट जारी, दूसरी सूची के आते ही इस्तीफों का दौर शुरू, बीजेपी के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य डॉ. राजेश मिश्र ने बीजेपी से इस्तीफा दिया. बीजेपी हार रही है, जनता नकार रही है.
रीती पाठक को मिला है टिकट
बता दें बीजेपी ने सोमवार रात बीजेपी 39 प्रत्याशियों की सूची जारी की है. इसमें 7 सांसदों का टिकट दिया गया है. जिसमें सीधी सांसद रीती पाठक का भी नाम सामिल हैं. उनके नाम का ऐलान होते ही बीजेपी की पहली सूची के बाद भी कार्यकर्ताओं बगावती तेवर नजर आने लगे हैं. अब देखना होगा की टिकट बंटवारे में दिग्गजों और दलबदलू नेताओं को मौका देने का बीजेपी को क्या फायदा मिलता है.
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