रविशंकर सोनी बताते हैं कि उनके बेटे की जो कार थी, वह बहू के नाम करा दी है. बेटे की मौत के बाद जो बीमा राशि 3 लाख 76 हजार रुपये मिले, वह भी बहू के नाम जमा करा दी है.
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नरसिंहपुर: नरसिंहपुर जिले में एक सोनी परिवार की हर कोई तारीफ रहा है. इसकी वजह वक्त के साथ रिश्तों की परिभाषा और रूढ़ियां बदलने वाली है. दरअसल झौंतेश्वर मवई गांव के डिप्टी रेंजर पद से रिटायर्ड हुए रविशंकर सोनी के बेटे संजय सोनी की महीनेभर पहले सड़क हादसे में मौत हो गई थी. घर में बहू और दो बच्चियों के सिर से पिता का साया उठ गया. जिस वजह से परिवार में चारों तरफ गम पसरा हुआ था, लेकिन रविशंकर के एक बड़े साहसिक कदम से बहू की जिंदगी में खुशहाली फिर लौट रही है और घर में फिर शादी की तैयारी हो रही है. यह सोनी परिवार गुरुवार को बहू की विदाई बेटी की तरह अपने घर से करने जा रहा है.
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बेटे की मौत दुर्घटना में मौत
रविशंकर सोनी ने बताया कि उनके बेटे संजय की शादी 2008 में करेली की रहने वाली बहू सरिता से की थी. जिनकी 11 और 9 वर्षीय दो बेटियां है. दो महिने पहले 25 सितंबर को बेटे संजय की एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई. जिसके बाद परिवार ने सोचा कि बहू और उसकी बेटियों का जीवन बर्बाद नहीं होने देंगे.
रिश्ता तय किया
ससुर रविशंकर ने बहू के पिता और भाइयों से उसके लिए कोई लड़का ढूंढने को कहा और खुद जाकर भी देखा कि बहू जिस घर जाएगी वह घर उसके लिए योग्य है या नहीं. कई जगहों पर रिश्तों की बात भी की गई लेकिन बात नहीं बनी लेकिन अंत में जबलपुर के पास पिपरिया निवासी राजेश सोनी के साथ उसकी शादी करने का फैसला लिया.
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बहू को संपत्ति दान की
रविशंकर सोनी बताते हैं कि उनके बेटे की जो कार थी, वह बहू के नाम करा दी है. बेटे की मौत के बाद जो बीमा राशि 3 लाख 76 हजार रुपये मिले, वह भी बहू के नाम जमा करा दी है. जो उनके गहने-जेवर थे वह भी दे दिए है. दोनों बच्चियों के नाम से एफडी भी है. रविशंकर कहते है वह बहू को उसके हक की सारी संपत्ति देंगे और धूमधाम से शादी करेंगे.
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राजेश की पत्नी का भी दुर्घटना में निधन
राजेश सोनी का जबलपुर में ट्रांसपोर्ट और रेस्टोरेंट का कारोबार है. जिनकी पत्नी का करीब 3 साल पहले सड़क हादसे में निधन हो गया था और उसके कोई संतान नहीं है. उनके परिवार में दो भाई भी हैं लेकिन कोई बेटी नहीं है. राजेश कहते हैं कि जब यह रिश्ता आया कि हमें इस बात कि खुशी हुई कि घर में दो बेटियां आएंगी. हम पूरी कोशिश करेंगे कि दोनों बेटियों का अच्छी परवरिश देंगे और उन्हें अच्छी शिक्षा दिलाएंगे. मैं एक अच्छे पिता के सारे दायित्व निभाउंगा.
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