कारनामा कन्टीन्यूः ठेला धकेलते मिले ऊर्जा मंत्री तो चौंक गए सुबह की सैर पर निकले लोग, VIDEO हो रहा वायरल
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कारनामा कन्टीन्यूः ठेला धकेलते मिले ऊर्जा मंत्री तो चौंक गए सुबह की सैर पर निकले लोग, VIDEO हो रहा वायरल

मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर पिछले दिनों ग्वालियर अस्पताल के औचक निरीक्षण पर पहुंचने और वृद्धा की 23 साल से अटकी विध्वा पेंशन दिलाने के लिए भी चर्चा में रहे थे.

ठेला धकेलते प्रद्युम्न सिंह तोमर

ग्वालियर/वैभव शर्माः मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री आए दिन अपने कारनामों की वजह से चर्चा में रहते हैं. प्रद्युम्न सिंह तोमर कभी रात 3 बजे जिला अस्पताल के निरीक्षण पर निकल जाते हैं, तो कभी वृद्धा की कई सालों से अटकी पेंशन दिलाते नजर आते हैं. अब एक बार फिर वह चर्चा में आ गए हैं, इस बार मंत्री ग्वालियर की सड़कों पर ठेला धकेलते दिखे. 

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बुजुर्ग को ठेला धकेलते देख, नहीं रोक सके खुद को
दरअसल, मंत्री तोमर ग्वालियर की सड़कों पर निरीक्षण के लिए निकले थे. इस दौरान स्टेट बैंक चौराहे पर वह पैदल ही लोगों की समस्याएं सुन रहे थे. तभी ठेला चालक रघुवर पाल पर मंत्री की नजर पड़ी. वह तुरंत बुजुर्ग की मदद को आगे आए और ठेला अपने हाथ से धकेलते हुए खुद उसके साथ चलने लगे.

बुजुर्ग की चालू करवाई पेंशन
ऊर्जा मंत्री ने न सिर्फ बुजुर्ग की ठेला धकेलने में मदद की, बल्कि वृद्ध की आर्थिक मदद भी की. उन्होंने बुजुर्ग की पेंशन चालू करवाई. इसके बाद उसे अपनी गाड़ी में बैठाया और गोडाउन तक ले गए. मंत्री ने नगर निगम के कर्मचारियों से कहकर बुजुर्ग के ठेले को गोडाउन तक भिजवाया.

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अचानक रात में पहुंच गए थे अस्पताल
प्रद्युम्न सिंह तोमर बीते 20 दिसंबर की रात सड़क मार्ग से जयपुर से ग्वालियर लौट रहे थे. तभी वह रात को 3 बजे शहर में दाखिल हुए और घर जाने की बजाए सीधे शहर के बिरला नगर प्रसूति गृह और सिविल अस्पताल पहुंच गए. मंत्री के आने की खबर से अस्पताल प्रबंधन में हड़कंप मच गया कि कहीं कोई कमी न दिख जाए. जहां मंत्रीजी ने अस्पताल की कमियों को देख, प्रशासन को फटकार लगाई और बकाया काम करने के लिए कहा.

वृद्धा को दिलवाई थी पेंशन
मंत्री तोमर एक हफ्ते पहले भी चर्चा में आए थे, जब वह ग्वालियर में आयोजित जन समस्या निवारण शिविर पहुंचे थे. वहां उन्होंने एक वृद्ध महिला के पैरों में बैठकर उसे 10 महीने से नहीं मिल रहे राशन की समस्या को तुरंत दूर किया था. इतना ही नहीं, जब उन्हें पता चला कि वृद्धा को पिछले 23 सालों से विध्वा पेंशन नहीं मिली है. उन्होंने तुरंत मामले पर एक्शन लेते हुए 2 घंटे से भी कम समय में वृद्धा को पेंशन दिलवाई और पैरों में गिरकर उनका आशीर्वाद लिया.

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