ये है मध्य प्रदेश का 'अंकुरित आहार परिवार', 25 साल पहले शुरू हुआ सफर बन गया बैतूल की पहचान
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ये है मध्य प्रदेश का 'अंकुरित आहार परिवार', 25 साल पहले शुरू हुआ सफर बन गया बैतूल की पहचान

MP News: मानव सेवा का काम आज के वक्त में सबसे बड़ा काम माना जाता है. बैतूल में एक परिवार पिछले 25 सालों से ऐसा ही काम कर रहा है, जिससे हर दिन सैकड़ों लोगों का भला होता है. 

बैतूल का अंकुरित आहार परिवार

Betul News: मानव सेवा ही सबसे बड़ा काम होता है. मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में मानव सेवा का ऐसा ही काम एक परिवार पिछले 25 सालों से कर रहा है. खास बात यह है कि यह परिवार 10 या 20 लोगों का नहीं बल्कि सैकड़ों लोगों का है, जो सुबह से ही मानव सेवा के काम में जुट जाता है. जिसके चलते इस परिवार को बैतूल में 'अंकुरित आहार परिवार' कहा जाता है. 

मरीजों को मिल रहा पौष्टिक आहार 

दरअसल, बैतूल में 'अंकुरित आहार परिवार' नाम की एक संस्था पिछले 25 साल से लगातार बैतूल जिला अस्पताल में सुबह मरीजों और उनके परिजनों को पौष्टिक आहार उपलब्ध करा रही है. रोजाना सुबह परिवार के कार्यकर्ता अंकुरित आहार बांटते हैं. बैतूल में 1 जनवरी 1999 को कुछ समाजसेवियों और पत्रकारों ने गरीब और जरूरतमंद परिवारों के लिए इस योजना की शुरुआत की थी. जिसने बीते 25 सालों में लाखों मरीजों को फायदा पहुंचाया है. अब तो बैतूल जिला अस्पताल में मरीजों और उनके परिजनों को पौष्टिक अंकुरित आहार का सुबह-सुबह इंतजार रहता है. क्योंकि मरीजों को भी सुबह से ही पौष्टिक आहार आसानी से मिल जाता है. 

सभी वर्गों के लोग दे रहे योगदान 

खास बात यह है कि अंकुरित आहार परिवार ऐसा परिवार है जो अपनी निःस्वार्थ मानव सेवा के लिए पहचाना जाता है. इनकी समय की पाबंदी ऐसी है कि लोग इन्हें देख अपनी घड़ी में टाइम सेट करते हैं. इस परिवार में हर वर्ग और सम्प्रदाय के लोग शामिल हैं. अंकुरित आहार रोजाना मरीजों को खिलाने की वजह से संस्थान का नाम अंकुरित आहार परिवार हो गया है. कुछ लोगों ने ही इस सफर की शुरुआत की थी. लेकिन आज के दौर में इस संस्था में शहर के सैकड़ों लोग जुड़ गए हैं, जिसका मूल मंत्र है-मानव सेवा महान सेवा. 

धीरे-धीरे बनी परंपरा 

संस्था के लोगों ने बताया कि शुरुआती दिनों में इस परिवार के सदस्यों ने अपनों के ही जन्मदिन,पुण्यतिथि,शादी की सालगिरह या अन्य किसी मौके को सेलिब्रेट करते वक्त अस्पताल में अंकुरित आहार बांटना शुरू किया। लेकिन फिर धीरे-धीरे ये एक परंपरा बन गई. आज तो आलम ये है कि साल के पूरे 365 दिन लोग इस सेवा के लिए योगदान देने खड़े रहते हैं. केवल 7 सदस्यों के साथ शुरू हुए इस मिशन में आज हजारों लोग शामिल हो चुके हैं. अंकुरित आहार परिवार रोजाना जिला अस्पताल के मरीजों और उनके साथ आए अटेंडेंट्स को प्रति व्यक्ति 25 ग्राम के हिसाब से पौष्टिक अंकुरित आहार देता है. 

हर दिन बैतूल जिला अस्पताल में करीब 700 मरीज और उनके परिजनों को सुबह 8 बजते ही अंकुरित आहार बांटना शुरू कर दिया जाता है. पोषक तत्वों से बने आहार को लेकर सेवाकर्मी सबसे पहले आठ बजे अस्पताल पहुचते हैं, फिर सेवाभावना के लिए छोटी सी प्रार्थना की जाती है. उसके बाद एक दर्जन से ज्यादा सेवाभावी सदस्य साथ लाये आहार को दोनों में भरकर हर वार्ड में पहुचकर मरीज और उनके परिजनों को अंकुरित आहार बांटते हैं. सेवाभावी सदस्यों का यह कारवा बढ़ता ही जा रहा है. 

बैतूल से रुपेश कुमार की रिपोर्ट 

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