गर्मी बढ़ने के साथ ही कुत्तों के व्यवहार में बदलाव होने लगा है. जिसका असर सड़क पर दिखाई दे रहा है. दरअसल भोपाल में एक आवारा कुत्ते ने छह साल के बच्चे पर हमला कर गंभीर घायल कर दिया.
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भोपाल: मध्यप्रदेश में इन दिनों कुत्तों के हमलों के मामले लगातार ही बढ़ते जा रहे है. ताजा मामला भोपाल के स्मार्ट सिटी रोड स्थित साइंस सेंटर के पास का है. जहां गंगा नगर में एक आवारा कुत्ते ने छह साल के बच्चे पर हमला कर दिया. कुत्ता बच्चे का मुंह बुरी तरह से चबा गया. बच्चे के जबड़े में फ्रैक्चर होने के साथ ही उसके तीन दांत भी टूट गए. बच्चे को गंभीर हालत में शहर के कमला नेहरू अस्पताल में भर्ती किया है, जहां उसकी स्थिति नाजुक बनी हुई है.
गौरतलब है कि इससे पहले भी भोपाल में ऐसा ही मामला सामने आया था, जहां एक आवारा कुत्ते ने 4 साल के मासूम सुलेमान को काट लिया था, जिससे उसकी जान चले गई थी.
प्रशासन और निगम के अधिकारियों की लापरवाही
अब गर्मी बढ़ने के साथ भोपाल में कुत्तों के हमले के मामले भी सामने आने लगे हैं. रात में भी आवारा कुत्तों का आतंक देखने को मिल रहा है. रात में कुत्ते गाड़ी के पीछे भागकर भी हमला कर रहे हैं. वहीं प्रशासन और निगम के अधिकारी आंख मूंद कर बैठे हैं.
पेट लवर्स बने बड़ी बाधा
वहीं निगम के अधिकारी और कर्मचारी अगर आम लोगों की शिकायत पर कुत्तों को पकड़ने जाते हैं, तो पेट लवर्स कर्मचारियों से ही लड़ने को तैयार रहते हैं. भोपाल के पिपलानी थाने में तो पेट लवर्स के खिलाफ शिकायत भी की गई है और बताया गया है कि आवारा कुत्ते को लेकर कुछ लोगों ने मारपीट भी कर दी और उनके वाहनों में तोड़फोड़ तक कर दी. हालांकि, जिला कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने भी आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं, लेकिन अभी तक कोई जवाबी कार्रवाई देखने को नहीं मिली है.
क्यों बढ़ रहे कुत्तों के हमले?
सवाल उठता है कि, अचानक डॅाग बाइट के मामलों में बढ़ोतरी की वजह क्या है. इसका जिम्मेदार पशु चिकित्सक बढ़ते तापमान को ठहराते हैं. गर्मी में कुत्ते अपने शरीर का टेम्प्रेचर मेंटेन नहीं कर पाते हैं और इसी पर अगर खाने-पीने की कमी हो जाए तो उनकी बैचेनी और भी बढ़ जाती है. इस बढ़ी बैचेनी के चलते आवारा कुत्ते हिंसक हो जाते हैं. यानी बड़ती गरमी के साथ कुत्तों के हमले भी बढ़ंगे.
कैसे बचें
यदि आपके गली-मोहल्ले में कुत्ते हैं तो उनके लिए खाने-पीने की पर्याप्त व्यवस्था कर दें. अगर कत्तो की संख्या ज्यादा है तो नगर निगम से कुत्तो को ले जाने कहें. आप खुद और अपनों को आवारा कुत्तों से दूर रखें.