गोपाल भार्गव से अधिकारियों के नहीं पहुंचने पर सवाल किया गया तो मंत्री ने तंज भरे लहजे में कहा कि हो सकता है कि अधिकारी पुताई करा रहे होंगे इसलिए नहीं आए. मंत्री ने यह भी कहा शायद अधिकारी दिन भर काम करते रहे होंगे इसलिए रात में सो गए और उन्हें प्रोटोकॉल का ध्यान नहीं रहा.
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सागरः 26 जनवरी को सागर में ध्वजारोहण करने पहुंचे शिवराज सरकार में मंत्री गोपाल भार्गव ने बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि वे प्रदेश भाजपा में सबसे सीनियर लीडर है, लेकिन उन्होंने कभी 1 मिनट के लिए भी इस बात का घमंड नहीं किया. इसलिए अधिकारियों को भी अपनी जिम्मेदारियां समझनी चाहिए.
यह है पूरा मामला
दरअसल, पूरा मामला 26 जनवरी के एक दिन पहले का है. मंत्री गोपाल भार्गव को सागर जिले में ध्वजारोहण के कार्यक्रम में शामिल होना था. इसके लिए उनके पीए ने उनके सागर आने का कार्यक्रम भी अधिकारियों को बता दिया. गोपाल भार्गव रात 10 बजे सागर के सर्किट हाउस पहुंच गए. लेकिन प्रोटोकॉल के अनुसार मंत्री को रिसीव करने यहां कोई अधिकारी नहीं पहुंचा. करीब 1 घंटे तक इंतजार करने के बाद भी जब मंत्री गोपाल भार्गव से मिलने कोई अधिकारी नहीं पहुंचा तो वे नाराज होकर अपने गृहनगर गढ़ाकोटा चले गए. हालांकि सुबह मंत्री तय समय से पीटीसी ग्राउंड पहुंचे और ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली.
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अधिकारी पुताई करा रहे होंगे इसलिए नहीं आएः मंत्री भार्गव
बाद में जब गोपाल भार्गव से अधिकारियों के नहीं पहुंचने पर सवाल किया गया तो मंत्री ने तंज भरे लहजे में कहा कि हो सकता है कि अधिकारी पुताई करा रहे होंगे इसलिए नहीं आए. मंत्री ने यह भी कहा शायद अधिकारी दिन भर काम करते रहे होंगे इसलिए रात में सो गए और उन्हें प्रोटोकॉल का ध्यान नहीं रहा. गोपाल भार्गव ने कहा कि इस तरह का रवैया ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर अधिकारी प्रोटोकॉल का ध्यान नहीं रखते हैं तो इस बारे में सोचा जाएगा. गोपाल भार्गव ने कहा कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब वे ध्वजारोहण के कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं वह लगातार सरकार में मंत्री रहे हैं और ध्वजारोहण कार्यक्रम में शामिल हुए हैं. लेकिन जब वह तय समय से पहुंचते हैं तो अधिकारियों को भी इस बारे में समझना चाहिए कि उनकी जिम्मेदारी क्या है.
गोपाल भार्गव ने कहा प्रदेश भाजपा का सबसे सीनियर लीडर हूं
पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव ने खुद को प्रदेश भाजपा का सबसे सीनियर लीडर बताते हुए कहा कि उन्हें इस बात का कभी घंमड नहीं रहा. भार्गव ने कहा कि वह विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रह चुके हैं. प्रदेश सरकार में लगातार मंत्री हैं. लेकिन उन्होंने अपने जीवन में कभी इस बात का एक मिनट के लिए भी घंमड नहीं किया. इसलिए अधिकारी भी अपनी जिम्मेदारी समझे. वह जब उनसे अधिकारियों द्वारा बीजेपी विधायक प्रदीप लारिया की उपेक्षा पर सवाल किया गया तो मंत्री ने कहा कि जो अधिकारी विधायक की उपेक्षा करेगा वह शहर में नहीं रह पाएगा.
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कौन हैं गोपाल भार्गव
गोपाल भार्गव इस वक्त शिवराज सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री हैं. वे सागर जिले की रहली विधानसभा सीट से लगातार 8 बार से विधानसभा चुनाव जीत रहे हैं. 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद बीजेपी ने उन्हें नेता प्रतिपक्ष बनाया गया था. जबकि शिवराज सरकार की वापसी के बाद उन्हें फिर से राज्य सरकार में मंत्री बनाया गया. गोपाल भार्गव 2003 से 2018 तक प्रदेश सरकार में लगातार मंत्री रहे. बीजेपी में उन्हें अपनी बात साफगोई से रखने के लिए जाना जाता है.
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