ओल्ड जीडीसी कॉलेज प्रदेश के सभी कॉलेजों के प्राचार्यों का एक WhatsApp ग्रुप बनाएगा और प्राचार्य अपने कॉलेज में नोडल अधिकारी की नियुक्ति करेंगे. नोडल अधिकारी की मदद से सभी कॉलेजों के प्राचार्यों और छात्रों को ग्रुप में जोड़ा जाएगा.
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भोपालः मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में पढ़ने वाले लाखों कॉलेज छात्रों के लिए उच्च शिक्षा विभाग (MP Higher Education Dept.) ने खुशखबरी दी है. कॉलेज से जुड़ी किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए अब आपको बार-बार कॉलेज वेबसाइट पर नहीं जाना पड़ेगा और न ही कॉलेज में बार-बार संपर्क करना होगा. कॉलेज से जुड़ी तमाम सूचनाओं को छात्रों तक पहुंचाने के लिए विभाग ने डिजिटल रुख अपनाते हुए सोशल मीडिया का सहारा लेने का फैसला किया है. अब कॉलेज से जुड़ी सभी जानकारियां आपको WhatsApp पर ही मिल जाया करेंगी.
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छात्रों से सीधे तौर पर जुड़ना होगा आसान
अभी तक उच्च शिक्षा विभाग की ओर से जितनी भी जानकारियां होतीं, वे अधिकतर छात्रों तक नहीं पहुंच पा रही थीं. इसकी मुख्य वजह यह थी कि शिक्षा विभाग, कॉलेज के छात्रों से सीधे तौर पर जुड़ा हुआ नहीं था, साथ ही विश्वविद्यालय के ज्यादातर छात्र विभाग की वेबसाइट पर जानकारियां लेने के लिए नहीं पहुंचते हैं. अब छात्रों से सीधे तौर पर जुड़ने के साथ ही भोपाल-इंदौर से पूरे प्रदेश में जानकारी पहुंचाना आसान होगा.
इस तरह बनेगा ग्रुप और पहुंचेंगी जानकारियां
जानकारी के आदान-प्रदान का जिम्मा इंदौर के ओल्ड जीडीसी कॉलेज (शासकीय माता जीजाबाई कॉलेज) को दिया गया है. ओल्ड जीडीसी प्रदेश के सभी कॉलेजों के प्राचार्यों का एक WhatsApp ग्रुप बनाएगा और प्राचार्य अपने कॉलेज में नोडल अधिकारी की नियुक्ति करेंगे. नोडल अधिकारी की मदद से सभी कॉलेजों के प्राचार्यों और छात्रों को ग्रुप में जोड़ा जाएगा. इस ग्रुप में विभाग द्वारा सरकार की योजनाएं, स्कॉलरशिप, संबल, मेधावी और गांव की बेटी जैसी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी. इन योजनाओं से जुड़े तमाम निर्देश भी इन्हीं ग्रुप की मदद से शेयर किए जाएंगे, जिससे छात्रों को आसानी से जानकारी मिल सके.
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ग्रुप में जानकारी पहुंचने की मॉनिटरिंग भी होगी
प्रदेश के कॉलेजों में पढ़ने वाले लाखों छात्रों के अलावा UTD के 13 हजार से ज्यादा छात्रों को विभागवार ग्रुप बनाकर रजिस्ट्रार द्वारा जोड़ा जाएगा. UTD के हर विभाग का भी एक नोडल अधिकारी रहेगा, जो प्राचार्यों और छात्रों का WhatsApp ग्रुप बनाएगा. मध्य प्रदेश सरकार ने निर्देश देते हुए बताया कि जानकारियां छात्रों तक पहुंच रही हैं या नहीं इस बात की मॉनिटरिंग कॉलेज व हायर एजुकेशन के एडिशनल डायरेक्टर द्वारा की जाएगी. जिससे कि प्रदेश के सभी छात्रों तक सरकार के निर्देश समान रूप से पहुंचें.
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