Rewa News: खुले बोरवेल ने फिर छीना घर का चिराग, बोरवेल में फंसे मासूम मयंक की मौत, 45 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन
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Rewa News: खुले बोरवेल ने फिर छीना घर का चिराग, बोरवेल में फंसे मासूम मयंक की मौत, 45 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन

रीवा में 160 फीट गहरे बोरवेल में फंसे मयंक को बचाया नहीं जा सका.  कलेक्टर प्रतिभा पाल ने भी मयंक के मौत की पुष्टि कर दी है.

Rewa News: खुले बोरवेल ने फिर छीना घर का चिराग, बोरवेल में फंसे मासूम मयंक की मौत, 45 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन

Rewa borewell rescue: रीवा में 160 फीट गहरे बोरवेल में फंसे मयंक को बचाया नहीं जा सका है. करीब 45 घंटे लंबे चले इस रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद मयंक 42 फीट की गहराई पर मिट्टी और पत्थरों के बीच दबा मिला. जैसे ही मयंक बाहर निकला उसे मेडिकल टीम अस्पताल लेकर पहुंची थी. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. कलेक्टर प्रतिभा पाल ने भी मयंक के मौत की पुष्टि कर दी है.

बता दें कि इस रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल, एसपी विवेक कुमार सिंह मौजूद थे. लाख कोशिश के बाद भी 6 वर्ष के मासूम मयंक आदिवासी को नहीं बचाया जा सका.

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48 घंटे बाद बाहर निकला
गौरतलब है कि  जिला प्रशासन NDRF-SDRF की टीम ने लगातार 48 घंटे से ज्यादा समय तक रेस्क्यू करने के बाद मयंक को बाहर निकाला था. उसे तुंरत ही डॉक्टर के पास इलाज के लिए ले जाया गया, लेकिन जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया.  मृतक मयंक आदिवासी के शव का त्योंथर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पोस्टमार्टम हो गया है. 

8 जेसीबी मशीनों से हुई खुदाई
आपको बता दें  कि मयंक को बोरवले से निकालने के लिए 8 जेसीबी मशीनों से खुदाई की गई थी. लेकिन 60 फीट से अधिक खोदने पर पानी निकल आया था, इसके चलते रेस्क्यू रोकना पड़ा था. पानी खाली करने के बाद ड्रिल मशीन से बोरवेल तक पहुंचने के लिए सुरंग बनाई, और मैनुअली खुदाई की गई.

विधायक का बयान किसी को नहीं छोड़ेंगे
वहीं त्योंथर विधायक सिद्धार्थ तिवारी ने कहा कि हम 45 घण्टे तक ऑन ग्राउंड रहे. काफी प्रयासों के बावजूद मयंक को हम नहीं बचा सके. मयंक के परिजनों को हरसंभव मदद की जाएगी. खुल बोरवेल को छोड़ने वाले दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी.

3 साल से खुला पड़ा था बोरवेल 
बताया जा रहा है कि खेत में मौजूद ये बोरवेल 3 साल से खुला पड़ा है. पानी न मिलने के चलते इसके मालिक हीरामणि मिश्रा ने इसे खुला छोड़ दिया था. परिजनों का आरोप है कि खेत के मालिक ने मयंक को बोरवेल में गिरते देख लिया था, फिर भी यह बात किसी को बताई नहीं. चुपचाप वहां से चले गए. 

रिपोर्ट - आकाश द्विवेदी

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