कांग्रेस नेताओं को दुकानदारों का जमकर विरोध देखने को मिला. एक ने तो कहा मोदी सब के खाते में 6-6 हजार रुपये डाल रहे हैं. यहां तो इनकम टैक्स भरना पड़ रहा हैं, इसलिए वे बंद नहीं करेंगे.
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इरशाद हिंदुस्तानी/बैतूलः केंद्रीय कृषि सुधार कानूनों के विरोध में किसान राजधानी दिल्ली में बीते 13 दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों ने 8 दिसंबर को भारत बंद का आह्वाहन किया था. मध्यप्रदेश के बैतूल में कुछ कांग्रेसी कार्यकर्ता भी भारत बंद के समर्थन में दुकानें बंद कराने पहुंचे, इस दौरान व्यापारी उनसे कहने लगे अगर भारत बंद हैं तो तुम लोग यहां क्या कर रहे हो?
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दुकानदारों की सुननी पड़ी गालियां
वाकया बैतूल मंडी के पास ही देखने को मिला. जहां भारत बंद के समर्थन में दुकानें बंद कराने तो कांग्रेसी कार्यकर्ता निकले थे, लेकिन बाजार में रौब दुकानदारों का देखने को मिला. बंद की अपील कर रहे नेताओं से दुकानदार बोले तुम्हें तो सब छूट मिल रही है. कुछ नेताओं को तो दुकानदारों की गालियां तक सुननी पड़ी.
'यहां इनकम टैक्स भरना पड़ रहा है'
दुकानदार इतने पर ही नहीं रुके, एक ने तो कहा मोदी सब के खाते में 6-6 हजार रुपये डाल रहे हैं. यहां तो इनकम टैक्स भरना पड़ रहा हैं, इसलिए वे बंद नहीं करेंगे.
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नेताओं को दे रहे चकमा
इतना सुनने के बाद भी कार्यकर्ता बंद की अपील करते बाजार में घूमते दिखे. कुछ तो नेताओं के आने पर दुकानें बंद कर लेते और उनके जाते ही उन्हें वापस खोल लेते.
मंडी में बिक्री बंद
बाजार आम दिनों की ही तरह खुला रहा. हालांकि व्यापारियों ने मंडी में खरीद बिक्री बंद रखी है, जिसके पीछे कल ज्यादा आवक आने की वजह बताई जा रही है. जिला मुख्यालय के कोठीबाजार इलाके में साप्ताहिक बंद होने के कारण दुकानें व प्रतिष्ठान बंद रहे, इसके अलावा बैतूल में बंद का कुछ खास असर नहीं दिखा.
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कानूनों को रद्द करने की मांग
केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लाए गए तीन नए कृषि सुधार कानूनों का विरोध किसानों द्वारा हो रहा है. इसमें पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश के साथ ही देश के अन्य राज्यों के किसान भी शामिल हैं. उनकी मांग हैं कि केंद्र सरकार तीनों कानूनों को रद्द करे.
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