दुर्घटना के बाद 7 यात्री जैसे-तैसे तैर कर बाहर आ गए थे लेकिन 51 यात्री अपनी जान नहीं बचा पाए. इनके शव बराबद किए जा चुके हैं.
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सीधी: सीधी से सतना आ रही जिस बस के बाणसागर नहर में डूबने से 51 यात्रियों की मौत हुई, उस बस के ड्राइवर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इस ड्राइवर को सतना से गिरफ्तार किया गया है. आपको बता दें कि मंगलवार की सुबह 60 यात्रियों को सीधी से सतना लेकर जा रही बस हादसे का शिकार हो गई थी. बस अनियंत्रित होकर बाणसागर नहर में गिर गई थी. दुर्घटना के बाद 7 यात्री जैसे-तैसे तैर कर बाहर आ गए थे लेकिन 51 यात्री अपनी जान नहीं बचा पाए. इनके शव बराबद किए जा चुके हैं.
रीवा रहने वाला है बस ड्राइवर
आरोपित ड्राइवर बालेंद्र विश्वकर्मा रीवा के सिमरिया का रहना वाला है. उसने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसका एक ड्राइविंग लाइसेंस हादसे में बह गया जबकि दूसरा लाइसेंस रीवा में है, वहीं बस के दस्तावेज सतना में रखा हुआ है. इसके बाद पुलिस ने ड्राइविंग लाइसेंस और बस के डॉक्यूमेंट्स बरामद करने के लिए दो टीमें रीवा और सतना भेजी हैं.
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ड्राइवर ने बदला रूट
बस नंबर MP19P 1882 जबलानाथ परिहार ट्रेवल्स की थी. बस का मालिक कमलेश्वर सिंह नाम का शख्स बताया जा रहा है, जो हादसे के बाद से ही फरार है. इस 32 सीटर बस में 60 के करीब यात्रियों को भरा गया था. बस अपने तय समय से पहले रवाना हुई. जाम से बचने के लिए ड्राइवर ने निर्धारित रूट बदल लिया और नहर के किनारे से गुजरने वाले 7 किलोमीटर लंबे रास्ते पर बस मोड़ ली.
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छात्रों की जिद से बदला रूट?
दरअसल, 16 फरवरी को रेलवे, एनटीपीसी और नर्सिंग का एग्जाम था. सतना और रीवा में परीक्षा केंद्र बनाए गए थे. इसके अलावा नर्सिंग की छात्राओं का भी एग्जाम सतना में था. ऐसे में बस में अधिकतर छात्र सवार थे. बताया जा रहा है कि परीक्षा केंद्र पर समय से पहुंचने के लिए छात्रों के कहने पर ड्राइवर ने बस का रूट बदल लिया. लेकिन रूट बदलना ही इस हादसे की वजह बना.
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