निगम चुनाव: केडीएमसी में शिवसेना सबसे बड़े दल के रूप में उभरी, भाजपा को 42 सीटें मिली
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निगम चुनाव: केडीएमसी में शिवसेना सबसे बड़े दल के रूप में उभरी, भाजपा को 42 सीटें मिली

कल्याण-डोम्बीवली नगर निगम (केडीएमसी) की 122 सीटों के लिए हुये चुनाव में हो रहे मतगणना में शिवसेना 52 सीटों पर आगे चल रही है। हालांकि कोल्हापुर नगर निगम चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाला गठबंधन आगे है। कल हुये दो नगर निगमों के चुनाव के लिए आज सुबह में मतगणना शुरू हुयी।

निगम चुनाव: केडीएमसी में शिवसेना सबसे बड़े दल के रूप में उभरी, भाजपा को 42 सीटें मिली

मुंबई : महाराष्ट्र के कल्याण-डोम्बीवली नगर निगम चुनाव में शिवसेना ने सोमवार को सबसे बड़े दल के रूप में उभरते हुए 52 सीटें झटक ली, हालांकि यह 122 सदस्यीय निकाय में स्पष्ट बहुमत हासिल करने से पीछे रह गई। इस चुनावी मुकाबले में शिवसेना की सहयोगी भाजपा ने उस पर तीखे हमले किए थे।

नगर निकाय में 42 सीटों के साथ भाजपा दूसरे स्थान पर रही। इसे पहले मिली नौ सीटों की तुलना में यह बेहतर प्रदर्शन है। कांग्रेस-राकांपा गठबंधन चौथे नंबर पर रहा, जिसे राज ठाकरे नीत मनसे की नौ सीटों से छह सीटें कम मिली हैं।

नगर निकाय में इस बहुप्रतीक्षित नतीजे ने इस बारे में सवाल खड़े कर दिए हैं कि किस पार्टी का नेतृत्व रहेगा।

राज्य सरकार में साझेदार होने के बावजूद भगवा पार्टियों ने नगर निकाय चुनाव से पहले इन दोनों शहरांे के लिए अपने संबंध तोड़ लिए थे। कई मुद्दांे पर ये दोनों पार्टियां एक दूसरे पर कीचड़ उछाल रही थीं।

कोल्हापुर में नगर निगम के 81 वार्ड में कांग्रेस को 27 और राकांपा को 15 सीटें मिली है। भाजपा-तारारानी गठजोड़ को 32 सीटें (भाजपा को 12 और तारारानी मोर्चा को 20 सीटें) मिली है। शिवसेना चार सीट ही जीत पाई जबकि अन्य के खाते में तीन सीटें गई हैं। निगम चुनाव अधिकारी के मुताबिक 122 सदस्यीय केडीएमसी में शिवसेना को 52 सीटें मिली। हालांकि पार्टी को मेयर कल्याणी पाटिल की हार के रूप में एक भारी नुकसान झेलना पड़ा है जो भाजपा उम्मीदवार सुमन निकम से पराजित हुई।

भाजपा को 42 सीटें मिली, जबकि मनसे को नौ, कांग्रेस को चार, राकांपा को दो और अन्य को 11 सीटें मिली। कांग्रेस नेता एवं पूर्व मंत्री सतेज पाटिल ने कहा कि उनकी पार्टी कोल्हापुर नगर निगम में सत्ता में आने के लिए राकांपा के साथ गठजोड़ करेगी।

राकांपा नेता हसन मुशरिफ ने कहा कि कोल्हापुर नगर निकाय में कांग्रेस से हाथ मिलाने के लिए उनकी पार्टी वरिष्ठ नेताओं से बात करेगी जिनमें पार्टी प्रमुख शरद पवार, पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार और पूर्व मंत्री सुनिल तटकरे शामिल हैं।

राज्य सहकारिता मंत्री और कोल्हापुर के प्रभारी मंत्री चंद्रकांत पाटिल (भाजपा) ने जनादेश स्वीकार किया और कहा कि उनकी पार्टी एक रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा कि भाजपा कुछ और कोशिश कर 12 और सीटें जीत सकती थी जहां यह 100-50 वोटों से हारी है।

2010 के चुनाव में केडीएमसी में भाजपा को नौ, राकांपा को 14, कांग्रेस को 15, शिवसेना को 31, मनसे को 27 और निर्दलीय 11 सीटें मिली थी। कोल्हापुर नगर निगम के 2010 के चुनाव में भाजपा को तीन, राकांपा को 32, कांग्रेस को 31, शिवसेना को चार, एसईसीएम को पांच तथा निर्दलीय को नौ सीटें मिली थी।

शिवसेना के मंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि मतदाता अन्य दलों के झांसों में नहीं आए। उन्होंने संभवत: भाजपा की ओर इशारा करते हुए कहा। केडीएमसी जीत के बाद शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कल्याण के दुर्गादी में देवी का आशीर्वाद लिया।

कांग्रेस के पूर्व मंत्री सतेज पाटिल ने कोल्हापुर में राकांपा के पूर्व मंत्री हसन मुशरिफ से मुलाकात की जिससे यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि दोनों पार्टियां नगर निकाय में शासन करेंगी। केडीएमसी नतीजों के ठीक बाद सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस की कैरीकेचर साझा की जाने लगी और उन पर तंज कसे जाने लगे वहीं उनके समर्थकों ने एक अन्य कैरीकेचर के जरिए उनकी उपलब्ध्यिां गिनाई। वह इस चुनाव में पार्टी के स्टार प्रचारक थे।

 

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