मनसे ने गड्ढों के खिलाफ मंत्रालय के बाहर खोदी सड़कें, तैनात करनी पड़ी पुलिस
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मनसे ने गड्ढों के खिलाफ मंत्रालय के बाहर खोदी सड़कें, तैनात करनी पड़ी पुलिस

मनसे की चेतावनी से प्रशासन हरकत में आ गया है. अब हर सरकारी कार्यालय पर पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है.

महाराष्ट्र मंत्रालय के बाहर तैनात सुरक्षाबल.

मुंबई (राजीव रंजन सिंह). महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के मुंबई शहर में सड़कों के गड्ढ़ों के विरोध में महाराष्ट्र सचिवालय के सामने अनोखे तरीके से विरोध प्रदर्शन किया. सोमवार आधी रात को मनसे कार्यकर्ताओं ने सचिवालय के सामने ही सड़क पर गड्ढे खोदने लगे. पुलिस ने इस मामले में सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के मामले में 8 लोगों को गिरफ्तार भी किया है. हालांकि, मनसे की चेतावनी से प्रशासन हरकत में आ गया है. अब हर सरकारी कार्यालय पर पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है.

सालाना बजट 37 हजार करोड़
दरअसल, शहर की कई सड़कों के निर्माण और रखरखाव का जिम्मा मुंबई महानगरपालिका का है. जिसका सलाना बजट तकरीबन 37 हजार करोड़ रुपए है. इसमें से 7 से 12 फीसदी बजट सड़क के रखरखाव पर खर्च होता रहा है. लेकिन बरसात आते ही महानगरपालिका की सड़कें में गड्ढे ज्यादा नजर आने लगते हैं.

सोशल मीडिया पर मखौल
इसके साथ ही महाराष्ट्र सरकार की सड़क निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के जरिए बनाए गए सड़कों की हालात भी कुछ इस तरह से ही है. सायन पनवेल हाइवे, मुंबई के दादर इलाके की सड़कों पर बन गए गड्ढों को सोशल मीडिया पर एक स्विमिंग पूल बताकर मजाक भी उड़ाया जा रहा है जिसका जवाब प्रशासन को देना मुसीबत हो रहा है.

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सोमवार रात एमएनएस कार्यकर्ताओं ने सड़क पर गड्ढे के विरोध में मंत्रालय के सामने फुटपाथ तोड़ा (फाइल फोटो)

5 मौत हर दिन
सड़कों पर बने गड्ढों की वजह से अकेले मुंबई के नजदीक कल्याण में महज एक महीने में 5 लोगों की जान जा चुकी है. पूरे देश भर के आंकड़ों के मुताबिक पिछले तीन साल में तकरीबन 10 हजार लोग सड़कों पर बन आए गड्ढों की वजह से मारे गए. हर दिन तकरीबन 30 लोगों की बलि इन गड्ढों की वजह से हुई है.

हर साल 10 हजार मौतें
एक सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक, सड़क की खराबी से हुए हादसे में साल 2015 में 10876, 2014 में 11146 और साल 2016 में तकरीबन 9573 लोगों की मौत हो गई. यही आंकड़ा पिछले साल बढ़कर यह आंकड़ा 11547 हुआ. इतनी बड़ी संख्या में लोगों के हताहत होने के बाद भी सरकारी संस्थान चुप्पी साधे हुए हैं.

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