जरूरत पड़ी तो और सर्जिकल स्ट्राइक से हिचकिचाएंगे नहीं : सेना प्रमुख
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जरूरत पड़ी तो और सर्जिकल स्ट्राइक से हिचकिचाएंगे नहीं : सेना प्रमुख

नव नियुक्त सेना प्रमुख बिपिन रावत ने कहा है कि नियंत्रण रेखा पर आतंकवादियों के अड्डों पर कार्रवाई करने की यदि जरूरत पड़ी तो सेना आगे भी सर्जिकल स्ट्राइक करने से हिचकिचाएगी नहीं। 

जरूरत पड़ी तो और सर्जिकल स्ट्राइक से हिचकिचाएंगे नहीं : सेना प्रमुख

नई दिल्ली : नव नियुक्त सेना प्रमुख बिपिन रावत ने कहा है कि नियंत्रण रेखा पर आतंकवादियों के अड्डों पर कार्रवाई करने की यदि जरूरत पड़ी तो सेना आगे भी सर्जिकल स्ट्राइक करने से हिचकिचाएगी नहीं। 

समाचार चैनल 'एनडीटीवी' के साथ बातचीत में बिपिन रावत ने कहा, 'पाकिस्तान के खिलाफ और सर्जिकल स्ट्राइक की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। सर्जिकल स्ट्राइक का मतलब था एक स्पष्ट संदेश।'

गौरतलब है कि दो दिनों पहले सेना प्रमुख ने कहा था कि सेना का काम सीमा पर शांति एवं सौहार्द कायम रखना है लेकिन यदि जरूरत पड़ी तो सेना अपनी ताकत दिखाने से नहीं हिचकिचाएगी। 

सेना प्रमुख रावत ने सोमवार को कहा कि सेना एकसाथ दो मोर्चों पाकिस्तान और चीन के साथ युद्ध के लिए तैयार है लेकिन उन्होंने बीजिंग के साथ टकराव के बजाय सहयोग पर ध्यान देने की जरूरत पर बल दिया।

गौरतलब है कि भारत द्वारा 5,000 किलोमीटर से अधिक दूरी तक मार करने में सक्षम मिसाइल ‘अग्नि पांच’ के परीक्षण को लेकर बीजिंग की भवें तन गयी थीं, जिसके कुछ दिन बाद सेना प्रमुख का यह बयान आया है।

जनरल रावत ने एक समाचार चैनल से कहा, ‘जहां तक सशस्त्र बलों का सवाल है, हमें दो मोर्चों पर युद्ध के लिए तैयार रहने का जिम्मा सौंपा गया है। मेरा ख्याल है कि राजनीतिक पदानुक्रम के हिसाब से हमें जिस तरीके से भी ऐसा करने को कहा जाएगा, हम उस कार्य को पूरा करने में सक्षम हैं।’ सेना प्रमुख ने कहा कि जहां तक उतरी सीमा का सवाल है, सेना ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सौहार्दपूर्ण रिश्ता कायम करने करने के लिए एक खास तरह की रणनीति बनाई है।

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