7 घंटे में खत्म हुई 70 साल की गलती: मुख्तार अब्बास नकवी
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7 घंटे में खत्म हुई 70 साल की गलती: मुख्तार अब्बास नकवी

नकवी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इस मामले में कांग्रेस ने फिर से ऐतिहासिक गलती की है. कांग्रेस सिर्फ मोदी हाय-हाय करती है और जनता ने उन्हें बाय-बाय कर दिया. नकवी ने कहा कि हेड लेस कांग्रेस ब्रेन लेस हो गई है. 

केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी.

नई दिल्ली: केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने अनुच्छेद 370 को खत्म करने को लेकर कहा है, कि 70 सालों से चली आ रही गलती को मोदी सरकार ने 7 घंटों में खत्म कर दिया. नकवी ने कहा कि धारा 370 के खत्म होने से जम्मू कश्मीर की 370 समस्याओं का समाधान भी हो जाएगा. नकवी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इस मामले में कांग्रेस ने फिर से ऐतिहासिक गलती की है. कांग्रेस सिर्फ मोदी हाय-हाय करती है और जनता ने उन्हें बाय-बाय कर दिया. नकवी ने कहा कि हेड लेस कांग्रेस ब्रेन लेस हो गई है. 

मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि हमारा मंत्रालय जम्मू-कश्मीर में काम करना चाहता था, लेकिन 370 की वजह से नहीं कर पाता था. अब अल्पसंख्यक मंत्रालय को काम करने में आसानी होगी. 370 का खात्मा जम्मू-कश्मीर और लद्दाख की 370 समस्याओं के समाधान का रास्ता साफ करेगा. नकवी ने आतंकवाद पर तंज कसते हुए कहा कि जिस कश्मीर को हम 'धरती का स्वर्ग' कहते थे उसे अलगाववादियों-आतंकवादियों ने 370 का सुरक्षा कवच पहनकर 'आतंक का नर्क' बना दिया था. एक ऐसी व्यवस्था जो अस्थाई थी, उसे संवैधानिक बाध्यता बता कर कुछ गिनती के लोगों ने राज्य के लोगों का सियासी शोषण किया. 

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उन्होंने कहा कि कुछ सियासतदारों-अलगाववादियों की जुगलबंदी ने 370 का सब्जबाग दिखाकर भोले-भाले लोगों की भावनाओं के साथ जम कर खिलवाड़ किया. उन्हें गरीबी, अशिक्षा, बेरोजगारी के दलदल में ढकेलते रहे. जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत का अभिन्न हिस्सा हो कर भी हर भारतीय को मिलने वाले संवैधानिक हक से वंचित रहे. शिक्षा का अधिकार नहीं, सूचना का अधिकार नहीं, राजनैतिक आरक्षण नहीं, औद्योगिक क्रांति पर 370 की तालाबंदी, महिलाओं के हक पर नाकेबंदी थी. 370 हटने से पाबंदी और पहरों से पस्त जम्मू और कश्मीर के लोगों की तरक्की की उड़ान को ताकत और अधिकार मिलेंगे.

नकवी ने कहा, कि संसद में कोई कानून पास होता था तो उसमें लिखा जाता था कि "यह संपूर्ण भारत में लागू होगा सिवाय जम्मू-कश्मीर के." इस कानून को पास करने वाले जम्मू-कश्मीर के 6 संसद सदस्य भी होते थे, जो अपने ही द्वारा पास किए गए कानून को अपने राज्य में लागू नहीं कर सकते थे.

नकवी बोले कि 370 के कारण ही जम्मू-कश्मीर में कभी लोकतंत्र स्थापित नहीं हो पाया. 370 की वजह से जम्मू-कश्मीर में भ्रष्टाचार पनपा, बढ़ा और चरम सीमा पर पहुंच गया. 370 के कारण ही वहां गरीबी घर कर गई. 370 के कारण ही वहां विकास, शिक्षा और बेहतर चिकित्सा सुविधाएं नहीं पहुंच पाईं. राजस्थान, गुजरात, उड़ीसा और अन्य राज्य के युवा क्यों गुमराह नहीं होते...क्योंकि वहां 370 नहीं है. जो लोग कश्मीर में युवाओं को उकसाते हैं उनके बच्चे लंदन, अमेरिका में पढ़ रहे हैं. वो पढ़ाएं अपने बच्चों को घाटी के स्कूल में तब पता चलेगा 370 क्या होता है. ये लोग घाटी के युवाओं को आगे बढ़ने नहीं देना चाहते और मोदी सरकार घाटी के युवाओं को गले लगाना चाहती है.

नकवी ने बताया कि भारत सरकार ने 2004 से 2019 तक 2,77,000 करोड़ रुपये जम्मू-कश्मीर और वहां के नागरिकों के विकास के लिए भेजे. लेकिन वहां कोई विकास नहीं हुआ सारा पैसा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया. जनता को कंगाल कर खुद मालामाल होते रहे जम्मू-कश्मीर में "सत्ता के ठेकेदार".

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