यूपी के बिजनौर में NIA अफसर मोहम्मद तंजील की हत्या; हमलावरों ने मारी 20-25 गोलियां, एजेंसियां जांच में जुटीं
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यूपी के बिजनौर में NIA अफसर मोहम्मद तंजील की हत्या; हमलावरों ने मारी 20-25 गोलियां, एजेंसियां जांच में जुटीं

उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में कस्बा सहसपुर के पास आज तड़के राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के अधिकारी मोहम्मद तंजील की बाइक सवार दो बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर हत्या कर दी। सूत्रों ने बताया कि हमलावरों ने NIA अधिकारी को 20-25 गोलियां मारी, पत्नी को 3 गोलियां लगी। कार चला रहे NIA अधिकारी के साथ आगे बैठीं उनकी पत्नी इस हमले में गंभीर रूप से घायल हो गयीं। NIA ने इसे सुनियोजित हमला करार दिया है।

यूपी के बिजनौर में NIA अफसर मोहम्मद तंजील की हत्या; हमलावरों ने मारी 20-25 गोलियां, एजेंसियां जांच में जुटीं

नई दिल्ली/बिजनौर: उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में कस्बा सहसपुर के पास आज तड़के राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के अधिकारी मोहम्मद तंजील की बाइक सवार दो बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर हत्या कर दी। सूत्रों ने बताया कि हमलावरों ने NIA अधिकारी को 20-25 गोलियां मारी, पत्नी को 3 गोलियां लगी। कार चला रहे NIA अधिकारी के साथ आगे बैठीं उनकी पत्नी इस हमले में गंभीर रूप से घायल हो गयीं। NIA ने इसे सुनियोजित हमला करार दिया है।

उत्तर प्रदेश पुलिस के महानिरीक्षक (कानून व्यवस्था) भगवान स्वरूप ने कहा, ‘मोटरसाइकिल सवार दो लोगों ने तंजील अहमद की उस समय गोली मारकर हत्या कर दी जब वह अपनी पत्नी फरजाना के साथ एक शादी समारोह में शामिल होने के बाद लौट रहे थे।’ यह घटना बीती मध्य रात्रि के बाद 12 बजकर 45 मिनट पर तब हुई जब तंजील अहमद समारोह में शामिल होने के बाद सहसपुर लौट रहे थे। वह बीएसएफ में सहायक कमांडेंट थे और वर्तमान में एनआईए में प्रतिनियुक्ति पर थे।

नयी दिल्ली में एनआईए महानिरीक्षक संजीव कुमार ने इस हमले को एक सुनियोजित हमला करार दिया। उन्होंने कहा, ‘हमारे अधिकारियों में से एक, अत्यंत बहादुर अधिकारी तंजील अहमद बीती रात एक समारोह में शामिल होने अपने घर गए थे। जब वह समारोह से वापस आ रहे थे तब उन पर सुनियोजित हमला किया गया और उन पर गोली चलाई गई।’ कुमार ने कहा, ‘वह (तंजील अहमद) गोलीबारी में मारे गए और उनकी पत्नी घायल हो गईं जिन्हें नोएडा स्थित फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वह (तंजील अहमद) बीएसएफ में सहायक कमांडेंट थे और एनआईए में प्रतिनियुक्ति पर थे।’ उन्होंने कहा कि अहमद ‘एनआईए में निरीक्षक थे, लेकिन बीएसएफ में सहायक कमांडेंट थे।’ कुमार ने कहा, ‘हत्या की जांच जारी है। अभी उत्तर प्रदेश पुलिस, उत्तर प्रदेश एटीएस, एनआईए, लखनऊ से एनआईए के डीआईजी और उनकी टीम, सभी घटनास्थल पर हैं।’

इस बीच, अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) दलजीत चौधरी ने बताया कि राज्य की सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है और हत्यारों को पकड़ने के लिये आस-पास के गांवों में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। एनआईए अधिकारी की हत्या को आतंकवादियों द्वारा अंजाम दिये जाने की आशंका सम्बन्धी सवाल पर उन्होंने कहा, अभी यह कहना जल्दबाजी होगा। इस वक्त किसी भी चीज को न तो नकारा जा सकता है और न ही स्वीकारा जा सकता है। फिलहाल हम इसे एक हत्या के रूप में ही ले रहे हैं लेकिन मामले की हर नजरिये से जांच की जा रही है।’ 

उन्होंने कहा, ‘जिले में बहुत ही गंभीर घटना हुई है और हमने इसे गंभीरता से लिया है। शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है तथा असल में क्या हुआ, इसका ब्योरा जल्द ही आएगा।’ चौधरी ने कहा, ‘हम अभियुक्तों तथा इस हत्याकाण्ड के पीछे रहे मकसद के बारे में पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला की टीमें पहले से ही बिजनौर में हैं। हम यह भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि हत्याकाण्ड में नौ एमएम की जिस पिस्तौल का इस्तेमाल हुआ, वह देशी थी या विदेशी। यह निश्चित रूप से एक सुनियोजित हमला था।’

इस बीच, प्रदेश के पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद ने कहा कि स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) तथा आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) के महानिरीक्षकों को बिजनौर भेजा गया है। मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा, ‘राज्य पुलिस एनआईए के अधिकारियों के साथ तालमेल से काम कर रही है। हम इसकी गहराई तक जाएंगे और हत्यारों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करेंगे।’ 

बिजनौर के एसएचओ राजकुमार ने कहा, ‘अधिकारी अपनी भांजी की शादी में शामिल होने के बाद अपनी पत्नी के साथ लौट रहे थे। दो अज्ञात बाइक सवारों ने उनकी कार को रोका और उन्हें गोली मार दी। उन्हें पास के एक अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया।’ पुलिस ने बताया कि उनकी पत्नी हमले में बुरी तरह घायल हो गईं।

एक सवाल के जवाब में स्वरूप ने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि अहमद पठानकोट आतंकी हमले की जांच से जुड़े थे या नहीं। उन्होंने कहा कि यह केवल एनआईए बता सकती है कि वह पठानकोट हमले की जांच से जुड़े थे या नहीं।

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