Health Survey: राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण यानी NFHS की लेटेस्ट रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय पुरुषों की तुलना में महिलाओं के सेक्स पार्टनर्स ज्यादा हैंं. रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थान में महिलाओं के औसतन सेक्स पार्टनर्स देश भर में सबसे ज्यादा हैं.
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NFHS Latest Survey: हाल ही में एक सर्वे में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण यानी NFHS कुछ सालों के अंतराल पर सर्वे कराता है. इस सर्वे में परिवार से जुड़े कई आंकड़े पेश किए जाते हैं. ऐसा ही एक आंकड़ा अभी सामने आया है जिसके मुताबिक भारत में महिलाओं के सेक्स पार्टनर्स, पुरुषों से ज्यादा हैं. ये सर्वे देश के 707 जिलों में हुआ था. इस सर्वे में 1.1 लाख महिलाएं और 1 लाख पुरुषों को शामिल किया गया था. सर्वे को साल 2019-2021 के दौरान किया गया था जिसकी रिपोर्ट अब सामने आई है.
ग्रामीण क्षेत्र में महिलाओं के ज्यादा संबंध
शहर की महिलाओं और विवाहित महिलाओं की तुलना में ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं का बड़ा हिस्सा, जिन्होंने कभी शादी नहीं की, तलाकशुदा या विधवा हैं. उन्होंने कहा कि सर्वे से 12 महीनों में उन्होंने दो या दो से ज्यादा लोगों के साथ शारीरिक संबंध बनाए हैं. इसी सर्वे में एक बात और सामने आयी है. सर्वे के मुताबिक महिलाओं की तुलना में पुरुषों ने उन महिलाओं के साथ संबंध बनाए हैं जिनके न तो जीवनसाथी थे और न ही उनके साथ वे रह रहे थे.
Women found to have nearly twice as many sex partners than men in 11 states/UTs: National Family Health Survey
— Press Trust of India (@PTI_News) August 19, 2022
इन 11 राज्यों में महिलाओं के सेक्स पार्टनर ज्यादा
सर्वे के मुताबिक, 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में महिलाओं के सेक्स पार्टनर एक से ज्यादा हैं. ये राज्य राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, मध्य प्रदेश, असम, केरल, लक्षद्वीप, पुडुचेरी और तमिलनाडु हैं. सर्वे के मुताबिक, राजस्थान में महिलाओं के औसतन 3.1 सेक्स पार्टनर थे. वहीं राजस्थान में पुरुषों की औसतन 1.8 सेक्स पार्टनर थीं.
क्या है राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS)
इस तरह के सर्वे से यह पता लगाया जाता है कि सेक्स के दौरान कंडोम का इस्तेमाल हो रहा है या नहीं. ऐसे मामलों में कम कंडोम का यूज होना एचआईवी/एड्स के जोखिम को बढ़ाता है. इसके अलावा ये रिपोर्ट देश की सामाजिक-आर्थिक विशेषता, सरकार के लिए नीति निर्माण और सरकारी योजनाओं को क्रियान्वित करने के काम आती है.
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