एनआईए ने सोमवार रात्रि छापेमारी कर इन दोनों आरोपियों को हुगली जिला के आरामबाग इलाके से गिरफ्तार किया गया है.
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नई दिल्ली: बर्दवान ब्लास्ट केस में लंबे समय से वांछित दो आरोपियों को नेशलन इन्वेस्टीगेशन एजेंसी की कोलकाता टीम ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान 35 वर्षीय कादर काजी उर्फ कदू और सज्जाद अली के रूप में हुई है. इन दोनों आरोपियों को हुगली जिला के आरामबाग इलाके से गिरफ्तार किया गया है.
बांग्लादेशी आतंकी संगठन से जुड़े हैं दोनो आरोपी
उल्लेखनीय है कि बर्दवान बम ब्लास्ट केस में वांछित कादर काजी को कोर्ट ने प्रोक्लेंड आफेंडर (भगोड़ा) घोषित किया हुआ था. गिरफ्तारी के बाद मंगलवार सुबह एनआईए ने दोनों आरोपियों को कोलकाता की एनआईए स्पेशल कोर्ट में पेश किया है. सूत्रों के अनुसार, कादर काजी और सज्जाद अली नामक दोनों आरोपी बांग्लादेश से संचालित आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिद्दीन से जुड़े हुए हैं.
बर्दवान ब्लास्ट के मुख्य आरोपी का खास है कादर
ये दोनों जमात-उल-मुजाहिद्दीन के लिए धन जुटाने से लेकर आतंकियों की भर्ती तक सभी काम करते थे. आरोप है कि बर्दवान ब्लास्ट के लिए कादर काजी ने ही विस्फोटक उपलब्ध कराया था. कादर काजी को बर्दवान ब्लास्ट केस के मुख्य आरोपी कौसर का बेहद करीबी भी बताया जाता है. एनआईए ने अपनी जांच में पाया था कि कादर काजी ने ही कौसर को कोलकाता से विस्फोटक उपलब्ध कराया था.
2014 में बड़ी आतंकी साजिश को अंजाम देने के फिराक में थे आतंकी
सूत्रों के अनुसार, आरोपी कादर काजी विस्फोटक बनाने में माहिर था. जबकि सज्जाद अली नौजवानों को गुमराह कर आतंकी संगठन में भर्ती करता था. जांच में इस बात के भी संकेत मिले हैं कि बोध गया में हुए ब्लास्ट के लिए विस्फोटक कादर ने तैयार किया था. एनआईए की जांच में सामने आया था कि दोनों आतंकी 2014 में बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे. साजिश को अंजाम देने के लिए आतंकी बर्दवान के एक घर में बम बना रहे थे, तभी वहां ब्लास्ट हो गया. इस ब्लास्ट में बांग्लादेशी आतंकी संगठन को आतंकी मारे गए थे, जबकि एक गंभीर रूप से जख्मी हो गया था.