कश्मीर में NIA की ताबड़तोड़ छापेमारी, PAK आतंकियों की साजिश नाकाम; 2 गिरफ्तार
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कश्मीर में NIA की ताबड़तोड़ छापेमारी, PAK आतंकियों की साजिश नाकाम; 2 गिरफ्तार

NIA raids in Kashmir: आरोपियों के पास मोबाइल फोन, लैपटॉप, सिम कार्ड और मेमोरी कार्ड अपराध में संलिप्तता से जुड़ी सामग्री जिसका इसका इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) बनाने में होता है, जिहादी साहित्य जब्त किया गया.

कश्मीर में NIA की ताबड़तोड़ छापेमारी, PAK आतंकियों की साजिश नाकाम; 2 गिरफ्तार

NIA raids in Kashmir: राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने शनिवार को आतंकवादी षडयंत्र के मामले में कश्मीर घाटी के चार स्थानों की तलाशी ली. एजेंसी ने इस दौरान पाकिस्तान से संचालित लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े द रेजिस्टेंस फोर्स (टीआरएफ) के दो ओवरग्राउंट वर्कर (ओजीडब्ल्यू) को गिरफ्तार किया. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.

कई जगहों पर एनआईए की तलाशी

एनआईए के प्रवक्ता ने बताया कि उत्तरी कश्मीर के बारामुला और कुपवाड़ा जिले में एक-एक स्थान पर और दक्षिण कश्मीर के पुलवामा और शोपियां में एक-एक स्थान पर तलाशी ली गई. उन्होंने बताया कि तलाशी के दौरान डिजिटल उपकरण जैसे मोबाइल फोन, लैपटॉप, सिम कार्ड और मेमोरी कार्ड अपराध में संलिप्तता से जुड़ी सामग्री जिसका इसका इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) बनाने में होता है, जिहादी साहित्य जब्त किया गया.

पाकिस्तानी आकाओं के संपर्क में थे आरोपी

एनआईए ने जिन ओजीडब्ल्यू को गिरफ्तार किया है उनकी पहचान बारामूला निवासी मुश्ताक भट और कुपवाडा निवासी फयाज अहमद खान के तौर पर की गई है. प्रवक्ता ने बताया कि वे आतंकवादियों की रणनीतिक सहायता करने, आतंकवादी दुष्प्रचार करने और टीआरएफ के लिए लोगों को कट्टर बनाने और भर्ती करने में सहयोग करने के लिए पाकिस्तान में मौजूद आकाओं के संपर्क में थे.

एनआईए को लंबे समय से थी तलाश

उन्होंने बताया कि एनआईए ने पिछले साल 18 नवंबर को टीआरएफ की गतिविधियों और उसके स्वघोषित कमांडर सज्जाद गुल के खिलाफ मामला दर्ज किया था. अधिकारी ने बताया कि गुल जम्मू-कश्मीर में युवाओं को कट्टर बनाने, आतंकवादी संगठन में भर्ती करने एवं प्रेरित करने, केंद्र शासित प्रदेश और देश के अन्य हिस्सों में हिंसक गतिविधियों में संलिप्त है.

मामले की जांच जारी

प्रवक्ता ने बताया कि गुल और लश्कर के उसके अन्य सहयोगी कमांडर ओजीडब्ल्यू की भर्ती पूर्व निर्धारित लक्ष्य की टोह लेने, समन्वय करने और गोला-बारूद का परिवहन करने, सुरक्षा बलों पर हमले और लक्षित हत्याओं को अंजाम देने में आतंकवादियों की सहायता करने के लिए कर रहे हैं. एनआईए ने कहा कि इस मामले में आगे की जांच जारी है.

(इनपुट-भाषा)

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