निकिता हत्याकांड को लेकर पूरे देश में गुस्सा, दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग
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निकिता हत्याकांड को लेकर पूरे देश में गुस्सा, दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग

 हरियाणा की बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं. मुख्य आरोपी तौसीफ के कांग्रेस से रिश्तों का भी खुलासा हुआ है.

निकिता के दोषियों को फांसी देने की मांग हो रही है.

नई दिल्ली: निकिता हत्याकांड को पूरे देश में लेकर गुस्सा है. हरियाणा की बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं. मंगलवार को लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने गौंछी-सोहना रोड पर जाम लगा दिया. वहीं, हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने पीड़ित परिवार को सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिए फरीदाबाद के पुलिस आयुक्त को निर्देश दिया और कहा कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. 

  1. निकिता तोमर के हत्यारों को फांसी देने की मांग 
  2. कांग्रेस नेताओं से रिश्तों का है आरोप
  3. पुलिस ने दोनों आरोपियों को किया गिरफ्तार

बड़े-बड़े नेताओं तक पहुंच
मृतक लड़की के भाई नवीन तोमर का कहना है कि हत्या का आरोपी तौसीफ कांग्रेस (Congress) विधायक आफताब अहमद का भतीजा है. ये रसूखदार लोग हैं, उनकी कांग्रेस के बड़े-बड़े नेताओं सतक पहुंच है. निकिता के भाई ने कहा कि दो साल पहले भी उसने मेरी बहन को परेशान करने की कोशिश की थी, पुलिस में शिकायत भी हुई लेकिन ये रसूखदार लोग हैं, हम डर गए और पंचायत के सामने समझौता कर लिया. निकिता के परिवार ने इंसाफ के लिए योगी मॉडल को अपनाने की बात कही है.

निकिता के परिजनों का आरोप, रसूखदार है तौसीफ का परिवार, सोनिया गांधी तक है पहुंच

आखिर इतनी हिम्मत कहां से आई?
पढ़ाई में अव्वल निकिता का सपना बड़ी अफसर बनने का था, लेकिन उससे एकतरफा प्यार करने वाले तौसीफ ने शादी करने को कहा था. निकिता ने इससे इनकार कर दिया था. बौखलाए आरोपी ने उसकी हत्या कर दी. यहां सवाल उठता है आखिर तौसीफ के अंदर इतनी हिम्मत आई कहां से कि वो निकिता तोमर पर जबरदस्ती धर्म परिवर्तन दबाव बनाने लगा? तौसीफ के ऊपर किसका हाथ है जिसके दम पर उसने निकिता तोमर को दिन दहाड़े सबके सामने गोली मार दी? 

तब रसूख के चलते बच गया
इन सवालों का जवाब पीड़ित परिवार ने देने का प्रयास किया है. Zee News जब निकिता तोमर के घर पहुंचा तो पीड़ित परिवार ने बताया कि तौसीफ बेहद रसूखदार है और कांग्रेस के बड़े नेताओं से उसके सीधे संपर्क हैं. इससे पहले भी तौसीफ ने 2018 निकिता का अपहरण किया था, लेकिन अपने रसूख के चलते वह आसानी से बच गया. हालांकि उस वक्त ये बात तय हुई थी कि तौसीफ कभी निकिता का पीछा नहीं करेगा.  

अब क्यों खामोश है कांग्रेस?
इस मामले में कांग्रेस का नाम सामने आने के बाद से महिला अत्याचार पर मुखर होने का नाटक करने वाली पार्टी खामोश है. हाथरस से लेकर बलरामपुर तक बेटियों पर अत्याचार के मुद्दे पर शोर मचाने वाले कांग्रेस के बड़े नेता बल्लभगढ़ की बेटी और परिवार से हमदर्दी जताने नहीं पहुंचे हैं. हां इस मामले में कांग्रेस नेताओं ने राजनीति जरूर शुरू कर दी है. कांग्रेस सरकार से सवाल तो पूछ रही है, लेकिन जिस इलाके में ये घटना हुई वहां के मौजूदा कांग्रेस विधायक तक इस परिवार का हाल जानने नहीं पहुंच. 

 

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